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'जन सुराज की बात अगर घर-घर पहुंच गई तो...', प्रशांत किशोर के दावे बढ़ा सकते हैं जेडीयू-आरजेडी की परेशानियां


संवाद 


जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बुधवार (12 जून) को पटना के ज्ञान भवन में जन सुराज से जुड़े हजारों लोगों को संबोधित किया. इस क्रम में उन्होंने बोला कि जन सुराज दल बनाकर जब चुनाव लड़ेगी, तो हम या तो अर्श पर मरेंगे या फर्श पर मरेंगे. बीच में लटकने का कोई उपाय नहीं है. उन्होंने बोला कि जन सुराज की बात अगर घर-घर पहुंच गई तो इतना सीटें आएंगी की गिन पाना मुश्किल होगा. प्रशांत किशोर ने बोला कि बीते दिन मुझसे एक सज्जन ने पूछा कि सीट बहुमत भर नहीं आई तो बिहार में किस पार्टी से गठबंधन कीजिएगा? मैंने उनको जवाब देते हुए बोला कि जन सुराज की जो परिकल्पना है और उसमें जब जन सुराज दल बना कर चुनाव लड़ेगी तो हम या तो अर्श पर मरेंगे या फर्श पर मरेंगे. 

बीच में लटकने का कोई उपाय नहीं है. 

जन सुराज की बात अगर घर-घर पहुंच गई तो इतनी सीटें आएंगी कि कोई गिन नहीं पाएगा.उन्होंने बोला कि बिहार में सब प्रयास के बाद भी बिहार की जनता के दिमाग में जो काई लगी है और उसे हम साफ नहीं कर पाए तो 10 के नीचे ही सिमट जाएगी और इसके बाद दोबारा प्रयास करना पड़ेगा. बिहार में गठबंधन का कोई उपाय नहीं है. न चुनाव के पहले न चुनाव के बाद. जन सुराज से जुड़े लोगों से कोई पूछे तो उन्हें बताएं कि इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीट पर चुनाव लड़ेंगे. आपको बता दें कि 18 महीने की पदयात्रा करने के बाद प्रशांत किशोर ने अब जन सुराज पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर का बोलना है कि बिहार की 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी चाहती है कि यहां एक नई पार्टी बने. लोगों को नया विकल्प चाहिए. इसकी वजह वो ये बतातें है कि जनता पिछले 30 वर्ष के लालू, नीतीश और बीजेपी सरकार से परेशान हो गई है. लोगों के जीवन में कोई सुधार नहीं हो रहा है. कमाने के लिए लोग बाहर जा रहे हैं. शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक सभी क्षेत्र में भ्रष्टाचार है. बता दे कि इसलिए लोगों की मांग को देखते हुए वो 2 अक्टूबर 2024 को जन सुराज पार्टी का गठन करेंगे.

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