24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए बोला है.
जांच रिपोर्ट आने के बाद शराब कारोबारी को चिह्नित कर कत्ल का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. मृतक सुजय कुमार की मां ललिता देवी ने बताया कि लोग भेड़ीयारी गांव से मूर्ति विसर्जन करने सिकरहना नदी गए थे. साथ में उनका बेटा सुजय कुमार भी चला गया था. इसकी उन्हें खबर नहीं थी. वहां नदी के किनारे अर्धनिर्मित शराब का 200 लीटर का एक बड़ा ड्रम रखा हुआ था जिसमें उनका बच्चा डूब गया.एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि सुगौली थानाध्यक्ष से उन्हें खबर मिली है. प्रथम दृष्टया ड्रम में पुआल था. कोई लिक्विड नहीं था. कुछ दिन पहले इस क्षेत्र में छापेमारी भी हुई थी. पुलिस ने शराब की बात से इनकार कर रही है तो प्रश्न ये है कि अगर ड्रम में पुआल था तो बच्चा डूबा कैसे?तीन वर्ष के सुजय कुमार की मृत्यु ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी कानून की पोल खोलकर रख दी है. बिहार में शराबंदी लागू होने के बावजूद अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. पुलिस निरंतर छापेमारी कर रही है फिर भी शराब का धंधा रुक नहीं रहा है. शराब माफिया सुनसान इलाके में जाकर जमीन के भीतर ड्रम रखकर शराब छुपा रहे हैं.