बिहार का मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है, जिससे ठंड में वृद्धि होगी. हालांकि आज 7 फरवरी से आगामी एक सप्ताह तक मौसम सूखा ही रहेगा दिन में धूप भी खिलेगी. लेकिन अधिकांश जिलों में नमी युक्त उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह जारी रहेगा, जिससे धूप खिलने के बावजूद गर्मी महसूस नहीं होगी. आज शुक्रवार से न्यूनतम टेंपेरेचर में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने का पूर्वानुमान है. रात और सुबह के समय कनकनी भी महसूस होगी. आज 7 फरवरी से 8 और 9 फरवरी तक इसका विशेष प्रभाव दिखाई देगा. टेंपेरेचर में गिरावट की मुख्य वजह पश्चिमी विक्षोभ को एक बार फिर पास करते हुए 8 फरवरी को पश्चिमी हिमालय के क्षेत्र पर आने का पूर्वानुमान है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आनंद शंकर ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में खबर देते हुए बताया कि पश्चिमी विक्षोभ एक नमी युक्त हवा है जो पश्चिम से आती है और मुख्य रूप से सर्दियों में भारत उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाकों में आती है. यह भूमध्य सागर, अंध महासागर, और कैस्पियन सागर से नमी लाता है. पश्चिमी विक्षोभ के आने से वर्षा और बर्फ पड़ती है. वैसे तो पश्चिमी विक्षोभ का उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में ज्यादा प्रभाव पड़ता है जिससे उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होती है. लेकिन इसमें इतनी ज्यादा नमी होती है कि इसका प्रभाव कई राज्यों में होता है और उसी से बिहार में ठंड ज्यादा और कम रहती होती है. मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अगर उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी के साथ-साथ वर्षा भी होती है तो उसका प्रभाव बिहार पर जरूर पड़ता है लेकिन अभी वह स्थिति नहीं है जिसके वजह से बिहार में अगले 7 दिनों तक मौसम पूरी तरह सूखा रहने का संभावना है. परंतु पश्चिम विक्षोभ पास कर चुका है और उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हुई है जिसकी वजह से 6 फरवरी को नमी युक्त पछुआ हवा का प्रवाह दिन में रहा.
धूप खिलने के बावजूद एक से दो डिग्री टेंपेरेचर में कमी रही.
वैज्ञानिक आनंद शंकर की मानें तो फरवरी महीने की शुरुआत से टेंपेरेचर में बढ़ोतरी हुई लेकिन पूरी फरवरी महीने तक कई बार पश्चिमी विक्षोभ आते जाते रहेंगे और टेंपेरेचर में उतार चढ़ाव होता रहेगा. अभी पूरी तरह गर्मी वाली स्थिति आने की संभावना फरवरी में नहीं है.उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में 4 से 5 दिनों तक हल्के या मध्यम स्तर का कुहासा छाया रहने वाला है. आज शुक्रवार को राज्य के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल और अररिया जिलों में घना कुहासा छाए रहने का संभावना है. बीते गुरुवार को सुबह के न्यूनतम टेंपेरेचर में दक्षिण बिहार में बहुत ज्यादा कमी नहीं रही, लेकिन उत्तर बिहार के जिलों में न्यूनतम टेंपेरेचर में गिरावट आई है.पिछले 24 घंटे में सबसे कम न्यूनतम टेंपेरेचर मोतिहारी में 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि पूरे राज्य का औसत न्यूनतम टेंपेरेचर 13 डिग्री के करीब रहा. राजधानी पटना में न्यूनतम टेंपेरेचर 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा. दिन के अधिकतम टेंपेरेचर में पूरे बिहार में एक से दो डिग्री की गिरावट आई है. सबसे अधिक औरंगाबाद में 28.5 डिग्री सेल्सियस टेंपेरेचर दर्ज किया गया. जबकि राजधानी पटना में 3.6 डिऊग्री की गिरावट के साथ 25 डिग्री टेंपेरेचर दर्ज किया गया. गुरुवार को राज्य का औसत टेंपेरेचर 22 से 23 डिग्री के करीब दर्ज किया गया. आज शुक्रवार को और ज्यादा गिरावट आने की संभावना है.