पटना: बिहार सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इस नई प्रणाली को लागू करने का आदेश जारी कर दिया है, जिससे स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता और प्रशासनिक निगरानी बेहतर होगी।
क्या है नया आदेश?
बिहार शिक्षा विभाग के इस नए फरमान के तहत—
✔ छात्रों की उपस्थिति अब मोबाइल ऐप या पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज होगी।
✔ स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षक हर दिन हाजिरी को अपडेट करेंगे।
✔ छात्रों की उपस्थिति का डेटा शिक्षा विभाग के मुख्य सर्वर से जुड़ा रहेगा, जिससे स्कूलों में गैरहाजिरी पर तुरंत कार्रवाई संभव होगी।
✔ छात्रों की नियमित उपस्थिति अनिवार्य होगी, अन्यथा छात्रवृत्ति और अन्य सरकारी लाभ प्रभावित हो सकते हैं।
ऑनलाइन हाजिरी से क्या होगा फायदा?
✅ फर्जी हाजिरी पर रोक – अब कोई भी स्कूल कागजों में हाजिरी बढ़ाकर सरकार को गुमराह नहीं कर सकेगा।
✅ छात्रों की उपस्थिति में सुधार – सख्ती के कारण छात्र अब नियमित रूप से स्कूल आएंगे।
✅ शिक्षा की गुणवत्ता में बढ़ोतरी – नियमित हाजिरी से स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बढ़ेगा।
✅ टीचरों की जिम्मेदारी तय होगी – शिक्षक भी ऑनलाइन उपस्थिति को गंभीरता से लेंगे, जिससे शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी।
कैसे होगी ऑनलाइन हाजिरी?
बिहार शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में एक नया डिजिटल पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्च करने की योजना बनाई है। स्कूलों को इस सिस्टम से जोड़ने के लिए—
🔹 शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
🔹 सभी स्कूलों को इंटरनेट और टैबलेट जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
🔹 छात्रों की हाजिरी स्कूल समय के भीतर ही दर्ज करनी होगी।
🔹 माता-पिता को भी छात्रों की हाजिरी की जानकारी SMS या ऐप के माध्यम से मिलेगी।
किन्हें होगी परेशानी?
कुछ स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या है, जिससे ऑनलाइन हाजिरी की प्रक्रिया में दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा, कई ग्रामीण इलाकों में शिक्षकों और स्टाफ को डिजिटल प्रणाली की जानकारी नहीं है, जिससे शुरुआती चरण में कठिनाई हो सकती है।
शिक्षा विभाग की क्या है योजना?
शिक्षा विभाग ने पहले चरण में राज्य के 10 जिलों के सरकारी स्कूलों में इस प्रणाली को लागू करने की योजना बनाई है। इसके सफल होने के बाद इसे पूरे बिहार में लागू किया जाएगा।
अभिभावकों और छात्रों की प्रतिक्रिया
✔ कई अभिभावकों ने इस फैसले का स्वागत किया है, क्योंकि इससे स्कूलों में पढ़ाई में सुधार होगा।
✔ छात्र भी इस बदलाव को लेकर उत्साहित हैं, क्योंकि इससे उनके अभिभावकों को भी उनकी उपस्थिति की जानकारी मिलेगी।
✔ कुछ शिक्षकों का कहना है कि शुरुआती दिनों में इस सिस्टम को लागू करने में दिक्कत हो सकती है, लेकिन लंबे समय में यह फैसला शिक्षा के लिए फायदेमंद साबित होगा।
निष्कर्ष
बिहार सरकार का यह कदम सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली में बड़ा सुधार ला सकता है। ऑनलाइन हाजिरी से न केवल हाजिरी की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि छात्रों की उपस्थिति और शिक्षा का स्तर भी सुधरेगा।
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