बिहार के ठगों की नई-नई तरकीबें अब लोगों के होश उड़ा रही हैं। ताजा मामला ऐसा है कि जिसे सुनकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर इतनी चालाकी कोई कैसे कर सकता है? बिहार के कई जिलों में ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, जिनमें लोग बिना कुछ महसूस किए ही अपने पैसे गंवा बैठते हैं।
कैसे हो रही है ठगी?
बिहार में ठग तकनीक और चालाकी का ऐसा इस्तेमाल कर रहे हैं कि लोग खुद ही अपना पैसा गंवा देते हैं और उन्हें अंत तक समझ नहीं आता कि उनके साथ धोखा हुआ कैसे?
1. नकली बैंक अधिकारी बनकर खाता खाली
ठग फोन करके बैंक अधिकारी या ग्राहक सेवा केंद्र का प्रतिनिधि बन जाते हैं और ग्राहकों से कहते हैं—
"सर, आपका अकाउंट अपडेट नहीं हुआ है, कृपया अपने डेबिट कार्ड का नंबर और ओटीपी बताएं नहीं तो आपका अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा।"
जैसे ही व्यक्ति ओटीपी शेयर करता है, उसके खाते से पैसा उड़ जाता है!
2. यूपीआई लिंक भेजकर अकाउंट खाली
आजकल एक नया तरीका अपनाया जा रहा है, जिसमें ठग किसी को पैसे भेजने के बहाने एक लिंक भेजते हैं। जैसे ही व्यक्ति उस लिंक पर क्लिक करता है, उसके खाते से पैसे कट जाते हैं।
3. QR कोड स्कैन करते ही बैंक बैलेंस साफ
ऑनलाइन खरीदारी करने या कुछ बेचने के बहाने, ठग QR कोड भेजते हैं और स्कैन करने के लिए कहते हैं। जैसे ही व्यक्ति QR कोड स्कैन करता है, पैसा उसके अकाउंट से कट जाता है।
4. एटीएम कार्ड क्लोनिंग
कुछ ठग एटीएम मशीनों पर स्किमिंग डिवाइस लगा देते हैं, जिससे कार्ड की जानकारी चोरी हो जाती है। फिर, उसी जानकारी से दूसरा कार्ड बना लिया जाता है और पैसा निकाल लिया जाता है।
बिहार में कहां-कहां हो रही है ऐसी ठगी?
पटना: फर्जी कॉल सेंटर पकड़े गए, जहां से देशभर में लोगों से ठगी की जा रही थी।
मुजफ्फरपुर: साइबर ठगों ने बुजुर्ग दंपति के खाते से ₹5 लाख निकाल लिए।
गया: एटीएम में स्किमिंग डिवाइस लगाकर 200 से ज्यादा लोगों के पैसे उड़ाए गए।
भागलपुर: नकली बैंक अधिकारी बनकर महिला से ₹1.2 लाख ठग लिए।
कैसे बचें ऐसे ठगों से?
✔ कभी भी किसी को ओटीपी, एटीएम पिन या बैंक डिटेल न बताएं।
✔ अगर कोई QR कोड भेजे और स्कैन करने को कहे, तो सावधान रहें।
✔ अगर किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने को कहा जाए, तो उसे न खोलें।
✔ बैंक से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए केवल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा में संपर्क करें।
✔ अगर ठगी हो जाए तो तुरंत 1930 (साइबर क्राइम हेल्पलाइन) या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
बिहार में साइबर ठगों का जाल तेजी से फैल रहा है। अगर सतर्क नहीं रहे, तो आपका रुपया भी निकल जाएगा और आपको पता भी नहीं चलेगा!
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