पटना मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल (PMCH) में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद कर दिए गए हैं। मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे हड़ताल जारी रखेंगे।
क्या है हड़ताल की वजह?
सूत्रों के मुताबिक, जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का कारण सुविधाओं की कमी, सुरक्षा के मुद्दे और स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग है। वे लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे, लेकिन अब सरकार की उदासीनता के चलते वे हड़ताल पर चले गए हैं।
मरीजों की बढ़ी परेशानी
अस्पताल में रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद होने के कारण ओपीडी सेवाएं बाधित हो गई हैं।
कई मरीज इलाज के लिए घंटों से लाइन में खड़े हैं, लेकिन उन्हें डॉक्टर नहीं मिल रहे।
इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित नहीं होने देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन मरीजों को इलाज में देरी हो रही है।
डॉक्टरों ने क्या कहा?
हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि "हम लगातार प्रशासन को अपनी समस्याओं से अवगत करा रहे थे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। मजबूरी में हमें हड़ताल पर जाना पड़ा।"
सरकार की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि "मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए जल्द ही समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी।"
क्या है आगे की स्थिति?
अगर जल्द कोई समाधान नहीं निकला, तो यह हड़ताल लंबी चल सकती है, जिससे PMCH की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो सकती हैं। मरीजों और उनके परिजनों को सलाह दी जा रही है कि वे अस्पताल आने से पहले ताजा हालात की जानकारी ले लें।