बिहार के सीतामढ़ी जिले में 1522 शिक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) ने इन शिक्षकों का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से लापरवाही और कर्तव्यहीनता की शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
सूत्रों के अनुसार, इन शिक्षकों पर गैरहाजिरी, कक्षाओं में लापरवाही और शैक्षणिक गुणवत्ता में कमी जैसे गंभीर आरोप लगे थे। कई बार नोटिस जारी करने के बावजूद इन्हें नजरअंदाज किया गया, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया।
शिक्षकों में मचा हड़कंप, कार्रवाई का विरोध
वेतन रोकने के आदेश के बाद शिक्षकों में नाराजगी बढ़ गई है। कुछ शिक्षक संगठनों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है। उनका कहना है कि बिना उचित सुनवाई के वेतन रोकना अन्यायपूर्ण है।
शिक्षा विभाग ने दी यह चेतावनी
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने साफ कर दिया है कि अगर शिक्षक अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं करते हैं, तो आगे सस्पेंशन और बर्खास्तगी जैसी कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।