चैत्र नवरात्रि 2025 इस बार सिद्धि योग के दुर्लभ संयोग में आरंभ हो रही है, जिससे भक्तों को विशेष फल प्राप्त होगा। इस योग में मां दुर्गा की आराधना करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। आइए जानते हैं नवरात्रि की तिथियां, शुभ मुहूर्त और सिद्धि योग का महत्व।
📅 चैत्र नवरात्रि 2025 की तिथियां
प्रारंभ: 30 मार्च 2025 (रविवार)
समाप्ति: 7 अप्रैल 2025 (सोमवार)
🕛 कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04:30 से 05:30 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:57 से 12:48 बजे तक
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त: प्रातः 06:15 से 08:45 बजे तक
🔱 सिद्धि योग का महत्व
सिद्धि योग में की गई पूजा से भक्तों को विशेष सिद्धियां प्राप्त होती हैं। यह योग जीवन में समृद्धि, सफलता और रोगों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, इस योग में मां दुर्गा की आराधना से सभी ग्रह दोष दूर होते हैं और विशेष आशीर्वाद मिलता है।
🙏 नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा विधि
✔️ स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
✔️ मिट्टी के पात्र में जौ बोकर कलश स्थापना करें।
✔️ मां शैलपुत्री का चित्र स्थापित कर पुष्प, रोली, अक्षत और चंदन अर्पित करें।
✔️ "ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः" मंत्र का जाप करें।
✔️ घी का दीप जलाकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
✔️ मां को सफेद वस्त्र और दूध से बनी मिठाई अर्पित करें।
🌟 इस नवरात्रि क्या करें और क्या न करें?
✔️ उपवास रखें और सात्विक भोजन करें।
✔️ झूठ, क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें।
✔️ मां दुर्गा के नौ रूपों की विधिपूर्वक पूजा करें।
✔️ कन्याओं को भोजन कराकर आशीर्वाद लें।
🌺 इस बार चैत्र नवरात्रि सिद्धि योग में होने के कारण बेहद शुभ रहने वाली है। धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।