बिहार में किसानों के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री फसल सहायता योजना की सच्चाई कैग (CAG) रिपोर्ट में उजागर हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 26.30 लाख किसान इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह गए।
क्या कहती है कैग रिपोर्ट?
कैग की रिपोर्ट के अनुसार:
फसल सहायता योजना के तहत बिहार में कई किसानों को समय पर मुआवजा नहीं मिला।
26.30 लाख किसानों ने आवेदन किया था, लेकिन उनका क्लेम रिजेक्ट कर दिया गया।
कई किसानों को फसल नुकसान का पूरा मुआवजा नहीं मिला।
योजना में अनियमितताओं की वजह से किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।
क्या है फसल सहायता योजना?
बिहार सरकार की इस योजना के तहत सूखा, बाढ़ या अन्य आपदाओं से प्रभावित किसानों को वित्तीय सहायता दी जाती है। लेकिन कैग रिपोर्ट के खुलासे के बाद सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
सरकार की सफाई
राज्य सरकार ने इस रिपोर्ट पर जवाब देते हुए कहा कि प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए सुधार किए जा रहे हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि हर पात्र किसान को समय पर सहायता मिले।
किसानों की क्या मांग?
बिहार के किसान संगठनों ने सरकार से फसल सहायता योजना में सुधार और पारदर्शिता लाने की मांग की है। साथ ही, सभी वंचित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा देने की अपील की गई है।