रोहित कुमार सोनू
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का पहला सीजन 2008 में खेला गया था, और इस टूर्नामेंट में कई ऐतिहासिक पल बने। लेकिन एक खास उपलब्धि थी पहली हैट्रिक, जिसे चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने अपने नाम किया था।
कैसे बना इतिहास?
10 मई 2008 को चेन्नई के एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के खिलाफ खेलते हुए लक्ष्मीपति बालाजी ने IPL की पहली हैट्रिक ली। उनकी शानदार गेंदबाजी ने CSK को बड़ी जीत दिलाई और इस प्रदर्शन ने उन्हें रातों-रात सुर्खियों में ला दिया।
हैट्रिक के विकेट
1. इरफान पठान – बालाजी की तेज गेंद पर बड़ा शॉट खेलने गए लेकिन आउट हो गए।
2. पीयूष चावला – अगली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड।
3. विक्रमजीत मलिक – तीसरी गेंद पर कैच आउट होकर पवेलियन लौटे।
बालाजी का कमाल और CSK की जीत
इस मुकाबले में लक्ष्मीपति बालाजी ने 4 ओवर में 24 रन देकर 5 विकेट लिए, जिसमें उनकी ऐतिहासिक हैट्रिक भी शामिल थी। उनकी इस घातक गेंदबाजी के दम पर चेन्नई सुपर किंग्स ने यह मुकाबला जीत लिया।
पहली हैट्रिक का IPL पर प्रभाव
यह IPL के रोमांच को और बढ़ाने वाला पल था।
लक्ष्मीपति बालाजी ने खुद को एक प्रभावी गेंदबाज के रूप में साबित किया।
उनकी इस उपलब्धि को आज भी IPL के ऐतिहासिक पलों में गिना जाता है।
आईपीएल की पहली हैट्रिक का श्रेय चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी को जाता है, जिन्होंने 2008 में इस ऐतिहासिक कारनामे को अंजाम दिया। उनके इस प्रदर्शन ने आईपीएल को और भी रोमांचक बना दिया और गेंदबाजों को प्रेरित किया कि वे इस मंच पर अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं।
आईपीएल से जुड़ी ऐसी ही ऐतिहासिक खबरों और ताजा अपडेट्स के लिए पढ़ते रहें मिथिला हिन्दी न्यूज!