वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। घर में रखी हर चीज़ का एक विशेष स्थान होता है, और अगर उसे गलत दिशा में रखा जाए, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। खासकर दीवार पर लगाई गई घड़ी अगर सही दिशा में न हो, तो इससे आर्थिक तंगी, मानसिक तनाव और जीवन में रुकावटें आ सकती हैं।
कौन-सी दिशा में नहीं लगानी चाहिए घड़ी?
1. दक्षिण दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में दक्षिण दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है। यह दिशा यम की मानी जाती है और यहां घड़ी लगाने से जीवन में रुकावटें और नकारात्मकता बढ़ सकती है।
2. पलंग के ठीक सामने: अगर आप अपने बेडरूम में घड़ी लगा रहे हैं, तो इसे पलंग के ठीक सामने ना लगाएं। इससे मन में बेचैनी बढ़ती है और नींद में बाधा आती है।
3. टूटी या बंद घड़ी: घर में बंद पड़ी या टूटी हुई घड़ी रखने से दुर्भाग्य और आर्थिक संकट आ सकता है। इसे तुरंत हटा देना चाहिए।
किस दिशा में लगानी चाहिए घड़ी?
उत्तर दिशा: यह दिशा धन और उन्नति की मानी जाती है, इसलिए यहां घड़ी लगाने से तरक्की होती है।
पूर्व दिशा: इस दिशा में घड़ी लगाने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
क्या करें और क्या न करें?
✅ समय-समय पर घड़ी को साफ करें और हमेशा चालू रखें।
✅ धातु की घड़ी उत्तर दिशा में और लकड़ी की घड़ी पूर्व दिशा में लगाना शुभ होता है।
❌ कभी भी टूटी या रुकी हुई घड़ी घर में न रखें।
❌ दक्षिण दिशा में भूलकर भी घड़ी न लगाएं, वरना परेशानियां बढ़ सकती हैं।