संवाद
बिहार में हाल के दिनों में अपराध के साथ-साथ अपराधियों के एनकाउंटर का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा है। उत्तर प्रदेश की तरह अब बिहार में भी पुलिस का एक्शन मोड देखने को मिल रहा है। जनवरी से मार्च के बीच राज्य में पांच कुख्यात अपराधी मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं, जबकि दर्जन भर अपराधी पुलिस की गोलियों का शिकार बने हैं।
पुलिस को मिली खुली छूट?
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार की सरकार ने पुलिस को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की पूरी छूट दे रखी है। यही कारण है कि बिहार पुलिस अब अपराधियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए है। इस दौरान कई एनकाउंटर में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि अपराध और अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यूपी पुलिसिंग स्टाइल का असर?
देशभर में फुल और हाफ एनकाउंटर के लिए चर्चित उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली का असर अब बिहार में भी दिखने लगा है। पहले जहां बिहार में अपराधी खुलेआम वारदात को अंजाम देते थे, वहीं अब मुठभेड़ों की बढ़ती संख्या से उनमें खौफ का माहौल है।
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