रोहित कुमार सोनू
होली भारत के हर कोने में धूमधाम से मनाई जाती है, लेकिन अगर असली मस्ती और ठेठ देसी अंदाज में होली का अनुभव करना है, तो बिहार से बेहतर कोई जगह नहीं। मिथिला हिन्दी न्यूज के अनुसार, बिहार की होली न केवल रंगों से भरी होती है, बल्कि इसमें लोकगीत, ठिठोली, पकवान और भाईचारे की एक अनोखी झलक भी देखने को मिलती है।
1. पारंपरिक होली गीत और ढोलक की थाप
बिहार की होली बिना पारंपरिक लोकगीतों के अधूरी होती है। गांवों और शहरों में लोग ढोलक, मंजीरा और झाल के साथ फगुआ गाते हैं। "फागुनवा में रंग रंगल सखी, साजनवा के संग" और "सास गारी देवे, देवर जी समझावे" जैसे गाने माहौल को और रंगीन बना देते हैं।
2. लठमार होली और ठिठोली
बिहार की होली में मजाक और ठिठोली का खास महत्व है। कई जगहों पर महिलाएं पुरुषों को लाठी से हल्के-फुल्के अंदाज में मारती हैं, जिसे लठमार होली कहा जाता है। यह परंपरा मस्ती और भाईचारे का प्रतीक मानी जाती है।
3. भांग और ठंडाई का रंग
भांग की ठंडाई और पकवान बिहार की होली को और भी मजेदार बना देते हैं। लोग भांग की ठंडाई, गुजिया, दही-बड़ा, पुआ और मालपुआ का स्वाद लेते हुए होली का आनंद उठाते हैं।
4. अबीर-गुलाल और दोस्ताना होली
यहाँ रंग खेलने का तरीका भी अनोखा होता है। पहले लोग अबीर-गुलाल से होली खेलते हैं और फिर पानी वाले रंगों की बौछार होती है। रिश्तेदार और दोस्त एक-दूसरे को रंग लगाकर गले मिलते हैं और मिठाई खिलाते हैं।
5. राजनीतिक होली भी होती है खास
बिहार में होली का असर राजनीति पर भी दिखता है। कई नेता और मंत्री अपने समर्थकों के साथ होली खेलते हैं और अनोखे अंदाज में जनता के साथ रंगों में सराबोर हो जाते हैं।
6. शास्त्रीय होली से लेकर भोजपुरी होली तक
बिहार में होली की धुनें शास्त्रीय संगीत से लेकर देसी भोजपुरी गानों तक गूंजती हैं। बिहार के महान गायक भरत शर्मा व्यास, मनोज तिवारी, पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के होली गीतों के बिना होली अधूरी लगती है।
7. "होली मिलन समारोह" की परंपरा
बिहार में होली के बाद "होली मिलन समारोह" का आयोजन किया जाता है, जहाँ लोग पुराने गिले-शिकवे भूलकर दोस्ती का हाथ बढ़ाते हैं।
बिहार की होली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि एक अनोखा अनुभव है। यहाँ के रंग, गीत, पकवान और मस्ती इसे पूरे देश की होली से अलग बनाते हैं। मिथिला हिन्दी न्यूज आपको इस रंगों के त्योहार की ढेरों शुभकामनाएँ देता है! खूब खेलिए होली, लेकिन प्यार और भाईचारे के रंग में।