बिहार विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य वेल में आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
किन मुद्दों पर हंगामा?
1️⃣ जनप्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाने की मांग – विपक्षी नेताओं ने विधायकों और जनप्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि की मांग की।
2️⃣ BPSC परीक्षाओं में अनियमितताओं का मुद्दा – विपक्ष ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षाओं में धांधली और देरी को लेकर सरकार को घेरा।
3️⃣ बेरोजगारी और महंगाई पर सवाल – सरकार से युवाओं के लिए रोजगार नीति पर जवाब मांगा गया।
विपक्ष का हमला, सरकार का जवाब
राजद और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि "सरकार केवल वादे करती है, लेकिन हकीकत में युवाओं, किसानों और गरीबों के लिए कुछ नहीं करती। BPSC परीक्षाओं में अनियमितता से लाखों छात्रों का भविष्य अंधकार में है।"
वहीं, सत्ताधारी दल JDU और BJP ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि "राज्य सरकार लगातार विकास कार्य कर रही है और विपक्ष केवल सियासी हंगामा कर रहा है।"
अध्यक्ष ने दी चेतावनी
लगातार हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों को अनुशासन में रहने की चेतावनी दी और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अपील की।
आगे क्या होगा?
✅ सरकार जल्द ही मानदेय वृद्धि पर अपना रुख साफ कर सकती है।
✅ BPSC परीक्षाओं में अनियमितता पर जांच के आदेश दिए जा सकते हैं।
✅ विपक्ष का विरोध जारी रह सकता है, जिससे सत्र में और हंगामे की संभावना है।
आपकी राय?
क्या बिहार सरकार को जनप्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाना चाहिए? और BPSC परीक्षाओं में सुधार के लिए क्या कदम उठाने चाहिए? अपनी राय कमेंट में दें!