आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एक ओर जहां सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है, वहीं मिथिलांचल की प्रतिष्ठित दरभंगा में जनता दल यूनाइटेड, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, लोक जनशक्ति पार्टी समेत कई अन्य दल दरभंगा में जनता के नब्ज को आकलन शुरू कर दिया है वर्तमान भाजपा के निष्कासित सांसद कीर्ति झा ने अभी तक दरवाजा किसी पार्टी नहीं खटखटाया है। राजग में टिकट के लिए अभी से ही नेताओं का दौरा जारी है जदयू के खाते में जाती है तो सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी संजय झा का मिलना तय है भाजपा का गढ़ माने जाने वाले सिट को भले जदयू को क्यों देगा भाजपा के और से ब्राह्मण को ही उम्मीदवार बना सकता है तो विधान पार्षद देवेश चन्द्र ठाकुर का नाम जोरों शोर से चल रहा है। वो कुछ दिनों पहले दरभंगा आ भी चुके हैं। भाजपा में और भी हैं जो आस लगाए बैठे हैं इधर कीर्ति के निलंबन के बाद से कई नेता एकाएक जाग उठे हैं. कीर्ति के निलंबन के बाद से भाजपा के प्रवक्ता शहनवाज हुसैन तीन बार यहां आ चुके हैं. पारिवारिक कार्यक्रम के बहाने ही सही, उन्होंने दरभंगा से अपने प्रेम के जाहिर कर दिया है. इसके सियासी मतलब यही हैं कि वे दरभंगा में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं.। राजद में भी कई उम्मीदवार हैं अब्दुल बारी से लेकर अख्तरुल इस्लाम शाहीन का नाम लिया जा रहा है कांग्रेस की सिट जाती है तो ऐसे में दो नाम जोरों पर है कीर्ति झा वो कांग्रेस में शामिल होते हैं तो उनको टिकट मिलना तय है दुसरी और मदनमोहन झा का भी नाम चर्चा में है।
मधुबनी 2019 के लोकसभा चुनावों में भले अभी समय हो लेकिन पार्टियों ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में सीपीआई ने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के चुनावी अखाड़े में उतारे का मन बनाया है वो कई बार मधुबनी आ चुके हैं राजग बहुल क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के सांसद हुक्मदेव नारायण यादव का टिकट मिलना तय है कहीं वो अपने बेटे को इस सिट पर ना उतार दे कांग्रेस में पुर्व सांसद शकील अहमद का नाम चर्चा में है तो राजद के समर्थक अभी कुछ बोलने में नहीं दिख रहे हैं
सीतामढ़ी जिले में कुछ ऐसी ही सियासी बिसातें बिछने लगी हैं चर्चा में कई नेता हैं सोशल मीडिया पर सांसद राम कुमार शर्मा द्वारा विकास का मजाक उड़ाया जा रहा है तो भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता उनसे नाराज भी है।
वहीं सीतामढ़ी में कई नाम जोरों पर है तो कई नाम गुप्त रास्ते से टिकट पर जोर दिया जा रहा है सीतामढ़ी में लास्ट तक सस्पेंस बना रहेता है कोन होगा किस पार्टी के उम्मीदवार कहना बड़ा मुश्किल है फिर भी चौक चौराहे पर पंडित जो बैठते जरा उनका भी ख्याल रखना जरूरी है तो राजग मैं रोलसपा के लिए तो एक ही नाम है वो वर्तमान सांसद राम कुमार शर्मा यदि जदयू के खाते में जाती है पुर्व सांसद नवल किशोर राय के बेटे नवीन कुमार उतार सकती है खबर ये भी है विधायक रंजु गीता का भी चर्चा हो रही है भाजपा के खाते में जाती है सिट तो दरभंगा या सीतामढ़ी में से किसी एक जगह से विधान पार्षद देवेश चन्द्र ठाकुर को मैदान में उतार सकती है तो चौक चौराहे पर राजद का भी चर्चा है राजद से दो नाम चर्चा में है पूर्व सांसद सीताराम यादव तो सुरसंद विधायक अबु दोजाना का नाम लिया जा रहा है। चौक चौराहे पर ये भी चर्चा है कि लास्ट तक जो सभी दलों के हाई कमान जो सस्पेंस के तरह उम्मीदवार ठोप दिया जाता है इससे अच्छा है कि कोई निर्दलीय उम्मीदवार क्युं ना बनाया जाए तो एक ही नाम अमित कुमार माधव का नाम लिया जा रहा है तो एक नाम और भी हैं जो गुप्त रूप से 2009 जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ कर चुनाव जित कर लोकसभा में पहुंच गए अभी शरद यादव गुट के लिए काम कर रहे हैं किस पार्टी से आते हैं देखने वाली बात है।
मधुबनी 2019 के लोकसभा चुनावों में भले अभी समय हो लेकिन पार्टियों ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में सीपीआई ने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के चुनावी अखाड़े में उतारे का मन बनाया है वो कई बार मधुबनी आ चुके हैं राजग बहुल क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के सांसद हुक्मदेव नारायण यादव का टिकट मिलना तय है कहीं वो अपने बेटे को इस सिट पर ना उतार दे कांग्रेस में पुर्व सांसद शकील अहमद का नाम चर्चा में है तो राजद के समर्थक अभी कुछ बोलने में नहीं दिख रहे हैं
सीतामढ़ी जिले में कुछ ऐसी ही सियासी बिसातें बिछने लगी हैं चर्चा में कई नेता हैं सोशल मीडिया पर सांसद राम कुमार शर्मा द्वारा विकास का मजाक उड़ाया जा रहा है तो भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता उनसे नाराज भी है।
वहीं सीतामढ़ी में कई नाम जोरों पर है तो कई नाम गुप्त रास्ते से टिकट पर जोर दिया जा रहा है सीतामढ़ी में लास्ट तक सस्पेंस बना रहेता है कोन होगा किस पार्टी के उम्मीदवार कहना बड़ा मुश्किल है फिर भी चौक चौराहे पर पंडित जो बैठते जरा उनका भी ख्याल रखना जरूरी है तो राजग मैं रोलसपा के लिए तो एक ही नाम है वो वर्तमान सांसद राम कुमार शर्मा यदि जदयू के खाते में जाती है पुर्व सांसद नवल किशोर राय के बेटे नवीन कुमार उतार सकती है खबर ये भी है विधायक रंजु गीता का भी चर्चा हो रही है भाजपा के खाते में जाती है सिट तो दरभंगा या सीतामढ़ी में से किसी एक जगह से विधान पार्षद देवेश चन्द्र ठाकुर को मैदान में उतार सकती है तो चौक चौराहे पर राजद का भी चर्चा है राजद से दो नाम चर्चा में है पूर्व सांसद सीताराम यादव तो सुरसंद विधायक अबु दोजाना का नाम लिया जा रहा है। चौक चौराहे पर ये भी चर्चा है कि लास्ट तक जो सभी दलों के हाई कमान जो सस्पेंस के तरह उम्मीदवार ठोप दिया जाता है इससे अच्छा है कि कोई निर्दलीय उम्मीदवार क्युं ना बनाया जाए तो एक ही नाम अमित कुमार माधव का नाम लिया जा रहा है तो एक नाम और भी हैं जो गुप्त रूप से 2009 जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ कर चुनाव जित कर लोकसभा में पहुंच गए अभी शरद यादव गुट के लिए काम कर रहे हैं किस पार्टी से आते हैं देखने वाली बात है।