रोहित कुमार सोनू
दरभंगा और रोसेरा में स्थापित दूरदर्शन रिले केंद्र को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इसको लेकर प्रसार भारती से लिखित आदेश भी दोनों केंद्र को भेज दिया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार विभाग द्वारा दोनों रिले केंद्र की बिजली और टेलिफोन काटने का आदेश इस वर्ष मार्च महीने में निर्गत कर दिया है। उधर इस आदेश के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।
उधर नाम नहीं बताने के शर्त पर रिले केंद्र में काम कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि यहां विगत 26 मार्च को ही एनालॉग सिस्टम बंद कर दिया गया है।डिजिटलाइजेशन का काम जारी है। इसके बाद अन्य स्थानों से रिले किया जाएगा। इस कारण दरभंगा और रोसेरा केंद्र को बंद करने का आदेश दिया गया है। उनके अनुसार प्रसार भारती द्वारा प्रति मास 7000 रुपए रेंट दिया जा रहा है जो कि अधिक है। उन्होंने बताया कि हमें आदेश दिया गया है कि केंद्र में स्थित सभी सामनों को पैक करके धनबाद भेज दिया जाय।
इन लोगों ने एक पत्रचार को बताया कि हमने अलग अलग माध्यम से स्थानीय विधायक और सांसद से मदद के लिए कहा, लेकिन किसी ने कोई साथ नहीं दिया। अगर आकाशवाणी परिसर में ही स्थान उपलब्ध करवा दिया जाता तो रिले सेंटर को नहीं बंद किया जाता।
दूसरी ओर मैथिली फ़िल्म अकादमी की बैठक जुरावन सिंह मुहल्ले में रवि खण्डेलवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमे केंद्र सरकार द्वारा दरभंगा दूरदर्शन रिले केंद्र को बंद किये जाने और गीत एंव नाट्य प्रभाग को दरभंगा से स्थानांतरित करने का विरोध किया है। वक्ताओं ने कहा की दरभंगा मिथिला का सांस्कृतिक केंद्र है, यहाँ 1962 में रक्षा मंत्रालय द्वारा गीत एंव नाट्य प्रभाग की स्थापना की थी वही दरभंगा दूरदर्शन रिले केंद्र की स्थापना 1998 में की गई थी ।जहाँ तक गीत एंव नाट्य प्रभाग का सवाल है, यह युवा कलाकारों के रोजगार से जुरा हुआ प्रश्न है। साथ ही इसके माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर कलाकारों ने पहचान बनायी, ऐसे में एक केंद्र को बन्द करना और दूसरे का स्थानांतरण होना कलाकारों के साथ कलाप्रेमियों के खिलाफ साजिश है ।