राजू कुमार
मिथलाचंल के दरभंगा विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के एमएलएसएम कॉलेज के पास का है। जहां विश्वविद्यालय के सामने ही हराही पोखर में एक नवजात बच्ची का शव देखने को मिला। पोखर में नवजात बच्ची को फेक दिये जाने के बाद जब शव फूल कर पोखर के किनारे आ गया तो आवारा कुत्ते उस शव को नोच कर खाने लगे। उसी वक्त एक आदमी की नजर वहां पड़ी तो उसने शोर मचाकर किसी प्रकार शव को बचाया।
मौके पर पहुंचे नगर थाना के प्रभारी सीताराम प्रसाद ने एक अखबार के पत्रकार को बताया कि सूचना मिली थी कि किसी ने भ्रूण हत्या कर के नवजात का शव यहां फेक दिया है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में कई सारे प्राइवेट अस्पताल हैं और ये इन्हीं की करतूत है। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर जांच किया जा रहा है। साथ ही इस इलाके में कई प्राइवेट अस्पताल चल रहा है, सभी अस्पतालों में जाकर जाँच करने के बाद करवाई की जाएगी।सरकार ने भ्रूण हत्या के खिलाफ कानून बनाकर इस पर नकेल कसने की तो पुरजोर कोशिश की। लेकिन लोग इससे भी दो कदम आगे निकले। जब भ्रूण हत्या को गैरकानूनी बना दिया गया तो आये दिन नवजात बच्चियों के शव कभी कचरे में तो कभी तालाब में पाये जाने लगे।
मिथलाचंल के दरभंगा विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के एमएलएसएम कॉलेज के पास का है। जहां विश्वविद्यालय के सामने ही हराही पोखर में एक नवजात बच्ची का शव देखने को मिला। पोखर में नवजात बच्ची को फेक दिये जाने के बाद जब शव फूल कर पोखर के किनारे आ गया तो आवारा कुत्ते उस शव को नोच कर खाने लगे। उसी वक्त एक आदमी की नजर वहां पड़ी तो उसने शोर मचाकर किसी प्रकार शव को बचाया।
मौके पर पहुंचे नगर थाना के प्रभारी सीताराम प्रसाद ने एक अखबार के पत्रकार को बताया कि सूचना मिली थी कि किसी ने भ्रूण हत्या कर के नवजात का शव यहां फेक दिया है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में कई सारे प्राइवेट अस्पताल हैं और ये इन्हीं की करतूत है। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर जांच किया जा रहा है। साथ ही इस इलाके में कई प्राइवेट अस्पताल चल रहा है, सभी अस्पतालों में जाकर जाँच करने के बाद करवाई की जाएगी।सरकार ने भ्रूण हत्या के खिलाफ कानून बनाकर इस पर नकेल कसने की तो पुरजोर कोशिश की। लेकिन लोग इससे भी दो कदम आगे निकले। जब भ्रूण हत्या को गैरकानूनी बना दिया गया तो आये दिन नवजात बच्चियों के शव कभी कचरे में तो कभी तालाब में पाये जाने लगे।