विमल किशोर सिंह
वर्तमान में बिहार राज्य में इस समय दस चीनी मिल गन्ने की खरीद एवं पेराई कार्य कर रही है।सीतामढ़ी, शिवहर एवं मुज़फ़्फ़रपुर जिला के अन्तर्गत एक मात्र चीनी उद्योग रीगा चीनी मिल है, जो पेराई सीजन 2017-18 में लगभग 47 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई किया।जिसका औसत चीनी परता(रिकवरी)8.77रहा,जो बिहार के निम्नस्तरीय रिकवरी वाली फैक्टरी साबित हुआ है।सरकार के गलत नीति के कारण चीनी के दामो में भारी गिरावट होने से गन्ना मूल्य भुगतान में एक भयंकर समस्या किसानों के सामने उत्पन्न हो चुका है।अगले पेराई सीजन के लिए किसान एवं कर्मचारी में भय ब्याप्त है।गन्ना विकास अधिकारी श्री अवध झा ने बताया कि रीगा चीनी मिल को जिन्दा रखने के लिए सरकार की सहयोग, किसानों द्वारा गुणबत्ता वाली गन्ना प्रभेद की आपूर्ति एवं उद्योग से जुड़े सभी छोटे बड़े व्यक्ति का सकारात्मक सोच एवं कड़ी मेहनत ही फैक्टरी को बचा पायेगा।
वर्तमान में बिहार राज्य में इस समय दस चीनी मिल गन्ने की खरीद एवं पेराई कार्य कर रही है।सीतामढ़ी, शिवहर एवं मुज़फ़्फ़रपुर जिला के अन्तर्गत एक मात्र चीनी उद्योग रीगा चीनी मिल है, जो पेराई सीजन 2017-18 में लगभग 47 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई किया।जिसका औसत चीनी परता(रिकवरी)8.77रहा,जो बिहार के निम्नस्तरीय रिकवरी वाली फैक्टरी साबित हुआ है।सरकार के गलत नीति के कारण चीनी के दामो में भारी गिरावट होने से गन्ना मूल्य भुगतान में एक भयंकर समस्या किसानों के सामने उत्पन्न हो चुका है।अगले पेराई सीजन के लिए किसान एवं कर्मचारी में भय ब्याप्त है।गन्ना विकास अधिकारी श्री अवध झा ने बताया कि रीगा चीनी मिल को जिन्दा रखने के लिए सरकार की सहयोग, किसानों द्वारा गुणबत्ता वाली गन्ना प्रभेद की आपूर्ति एवं उद्योग से जुड़े सभी छोटे बड़े व्यक्ति का सकारात्मक सोच एवं कड़ी मेहनत ही फैक्टरी को बचा पायेगा।