दरभंगा में बढ़ते अपराध के खिलाफ, लहेरियासराय थाना प्रभारी द्वारा प्रोफेसर के साथ किये कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ आल इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के द्वारा प्रतिवाद मार्च निकाला गया जो पोलो मैदान से लहेरिया सराय टावर और टावर से पुन: पोलो मैदान लौटकर कर सभा मे तब्दील हो गया।
मार्च का नेतृत्व आइसा जिला सचिव विशाल माझी, मयंक कुमार, मोहम्मद शाहबुद्दीन कर रहे थे। वही जिला अध्यक्ष प्रिंस राज की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए आइसा राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि दरभंगा में अपराध की घटना में काफी वृद्धि हुई है। अपराध को रोकने में प्रशासन विफल है। जनता व पब्लिक मिलन में थाना प्रभारी बाधक बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि लहेरियासराय थाना प्रभारी द्वारा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के एक प्रोफेसर को अपमानित करने का काम किया गया जो साफ-साफ पुलिस-पब्लिक मिलन को तोड़ने का काम किया है। वहीं आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि नीतीश-मोदी के राज में अपराधी के साथ-साथ प्रशासन का मन भी सातवें आसमान पर है। उन्होंने कहा कि लहेरिया सराय थाना प्रभारी पुलिस-पब्लिक मिलन को जोड़ने के बदले तोड़ने का काम कर रहे है। जो काफी निंदनीय है। जिला सचिव विशाल मांझी ने कहा कि अगर लहेरियासराय थाना प्रभारी की बर्खास्तगी नही होती है तो आइसा आगे और आंदोलन तेज करेगा। प्रतिवाद मार्च में जगदम्बा प्रसाद, मोहम्मद छोटे, आमोद कुमार अमन, मोहम्मद सहाबुद्दीन सहित कई लोग शामिल थे।