राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर प्रखंड के धर्मपुर बान्दे पंचायत वार्ड संख्या 18 में शनिवार की सुबह एक परिवार के लिए मनहुस दिन बनकर सामने आया। मामला धर्मपुर बान्दे पंचायत का है जहां जल संकट से जूझ रहे किसान रंजन प्रसाद सिंह अपने परिवार के लिए दरवाजे पर 8 फीट नीचे गढ़े में पानी के लिए लगे मोटर में कुछ खराबी को ठीक करने उतरे हुए थे। तभी उस मोटर में विद्युत प्रवाहित होने लगी। जिसके संपर्क में आते ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।किसान रंजन प्रसाद सिंह का उम्र 50 वर्ष बताया जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार पंचायत में भीषण जल संकट है। पानी का स्तर काफी नीचे हो गया है। जिसके कारण अधिकतर लोग पानी के लिए गढे खोदकर उसमें मोटर लगवा रहे हैं। जिससे उन्हें पानी मिल सके। इस भीषण जल संकट की घड़ी में पानी के लिए जद्दोजहद उनके जीवन पर भारी पड़ा और एक किसान परिवार का सब कुछ बर्बाद हो गया। मृतक रंजन प्रसाद सिंह अपने पीछे दो पुत्र मुकेष कुमार, राकेश कुमार एवं एक पुत्री पूजा कुमारी को अनाथ छोड़ गए। मृतक की पत्नी संगीता देवी 46 वर्ष का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी मौत की सुचना मिलते ही गांव में मातम पसर गया। जिसने भी सुना स्वयं को रोक नही सका और बर्बस उनके घर की ओर रवाना हो गया। जहां परिजनों के चीत्कार सुनकर पत्थर दिल भी पिघल गया। लोगों की आंखों से आंसु बहने लगी। समाजसेवी मनोहर प्रसाद सिंह, पूर्व जिला पार्षद अशोक दास, पंचायत समिति सदस्य सुरेश दास, उप प्रमुख रेखा देवी, चन्देष्वर सिंह, उपेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह आदि ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है।
समस्तीपुर प्रखंड के धर्मपुर बान्दे पंचायत वार्ड संख्या 18 में शनिवार की सुबह एक परिवार के लिए मनहुस दिन बनकर सामने आया। मामला धर्मपुर बान्दे पंचायत का है जहां जल संकट से जूझ रहे किसान रंजन प्रसाद सिंह अपने परिवार के लिए दरवाजे पर 8 फीट नीचे गढ़े में पानी के लिए लगे मोटर में कुछ खराबी को ठीक करने उतरे हुए थे। तभी उस मोटर में विद्युत प्रवाहित होने लगी। जिसके संपर्क में आते ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।किसान रंजन प्रसाद सिंह का उम्र 50 वर्ष बताया जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार पंचायत में भीषण जल संकट है। पानी का स्तर काफी नीचे हो गया है। जिसके कारण अधिकतर लोग पानी के लिए गढे खोदकर उसमें मोटर लगवा रहे हैं। जिससे उन्हें पानी मिल सके। इस भीषण जल संकट की घड़ी में पानी के लिए जद्दोजहद उनके जीवन पर भारी पड़ा और एक किसान परिवार का सब कुछ बर्बाद हो गया। मृतक रंजन प्रसाद सिंह अपने पीछे दो पुत्र मुकेष कुमार, राकेश कुमार एवं एक पुत्री पूजा कुमारी को अनाथ छोड़ गए। मृतक की पत्नी संगीता देवी 46 वर्ष का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी मौत की सुचना मिलते ही गांव में मातम पसर गया। जिसने भी सुना स्वयं को रोक नही सका और बर्बस उनके घर की ओर रवाना हो गया। जहां परिजनों के चीत्कार सुनकर पत्थर दिल भी पिघल गया। लोगों की आंखों से आंसु बहने लगी। समाजसेवी मनोहर प्रसाद सिंह, पूर्व जिला पार्षद अशोक दास, पंचायत समिति सदस्य सुरेश दास, उप प्रमुख रेखा देवी, चन्देष्वर सिंह, उपेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह आदि ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है।