राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ जिला शाखा नगर परिषद समस्तीपुर के कर्मचारियों की ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर कार्यालय के समक्ष सांतवे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा।
धरना पर बैठे कर्मचारियों की मांगों की अनसुनी करते हुऐ नगर परिषद के सभापति, उप सभापति एंव सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों की उदासीनता के कारण कर्मचारी आक्रोश से भर गए । नगर परिषद की धरणा पर बैठे कर्मचारी जमकर नारेबाजी की।
संघ के सचिव लालबहादुर साह ने घोषणा किया की आगामी २४ मई तक मांगों की पुर्ति नहीं होती हैं तो २६ मई से आन्दोलन को तेज करने पर बाध्य हो जाएंगे क्योंकि कार्यपालक पदाधिकारी के कुछ चहेते लोगों द्वारा धर्णार्थियों पर हमले कराने एंव कर्मचारियों को धमकी देकर एक संघठित संघ को तोडऩे की नीयत से साजिश रची जा रही हैं।संघ के सचिव ने कहा की संघर्ष तबतक जारी रहेगा जबतक की कमाये हुऐ एक एक पैसे का भुगतान नहीं ले लेते तबतक संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि मांगों में अठारह माह का बकाया वेतन छठां वेतनमान के अनुसार करने तथा १९९४ से अब तक वेतन से काटी गई राशि जमा करने ,अनुकम्पा के आधार पर भुखे मर रहे आश्रितों को बहाल करने एंव पूर्व में किऐ गए समझौते को लागू करने आदि मांगों को लेकर लगातार आन्दोलन हो रहा है। पूर्व की वार्ता समझौता को लागू नहीं किया जाता ।महासंघ के सचिव लालबहादुर साह ने धरणार्थियों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया की छठे वेतनमान के अनुरूप १८ माह का बकाया वेतन का भुगतान करने के लिए स्थापना लिपिक संजीव कुमार सिन्हा द्वारा चार चार हजार रूपये रिश्वत कर्मियों से लिया जा रहा है।इस करतूतों की जांच की जानी चाहिए।
उन्होंने कहां की नगरपरिषद प्रशासन की लापरवाही से स्वच्छता अभियान पर प्रभाव पर रहा और बाध्य होकर काम बंद आन्दोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।उन्होंने नगरवासियों से अपील की कर्मियों का "कमाया हुआ" पैसा का भुगतान कराने में नगरपरिषद कर्मियों को सहयोग करें।कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकुमार राम -२ ने की वहीं धरणा में सुखलाल यादव, संजू देवी, रेखा देवी, वीणा देवी, रीता देवी, मुन्नर देवी, फुलो देवी, रमेश राम, रंजीत राम ,सुरेश राम आदि शामिल हुऐ।
समस्तीपुर बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ जिला शाखा नगर परिषद समस्तीपुर के कर्मचारियों की ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर कार्यालय के समक्ष सांतवे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा।
धरना पर बैठे कर्मचारियों की मांगों की अनसुनी करते हुऐ नगर परिषद के सभापति, उप सभापति एंव सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों की उदासीनता के कारण कर्मचारी आक्रोश से भर गए । नगर परिषद की धरणा पर बैठे कर्मचारी जमकर नारेबाजी की।
संघ के सचिव लालबहादुर साह ने घोषणा किया की आगामी २४ मई तक मांगों की पुर्ति नहीं होती हैं तो २६ मई से आन्दोलन को तेज करने पर बाध्य हो जाएंगे क्योंकि कार्यपालक पदाधिकारी के कुछ चहेते लोगों द्वारा धर्णार्थियों पर हमले कराने एंव कर्मचारियों को धमकी देकर एक संघठित संघ को तोडऩे की नीयत से साजिश रची जा रही हैं।संघ के सचिव ने कहा की संघर्ष तबतक जारी रहेगा जबतक की कमाये हुऐ एक एक पैसे का भुगतान नहीं ले लेते तबतक संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि मांगों में अठारह माह का बकाया वेतन छठां वेतनमान के अनुसार करने तथा १९९४ से अब तक वेतन से काटी गई राशि जमा करने ,अनुकम्पा के आधार पर भुखे मर रहे आश्रितों को बहाल करने एंव पूर्व में किऐ गए समझौते को लागू करने आदि मांगों को लेकर लगातार आन्दोलन हो रहा है। पूर्व की वार्ता समझौता को लागू नहीं किया जाता ।महासंघ के सचिव लालबहादुर साह ने धरणार्थियों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया की छठे वेतनमान के अनुरूप १८ माह का बकाया वेतन का भुगतान करने के लिए स्थापना लिपिक संजीव कुमार सिन्हा द्वारा चार चार हजार रूपये रिश्वत कर्मियों से लिया जा रहा है।इस करतूतों की जांच की जानी चाहिए।
उन्होंने कहां की नगरपरिषद प्रशासन की लापरवाही से स्वच्छता अभियान पर प्रभाव पर रहा और बाध्य होकर काम बंद आन्दोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।उन्होंने नगरवासियों से अपील की कर्मियों का "कमाया हुआ" पैसा का भुगतान कराने में नगरपरिषद कर्मियों को सहयोग करें।कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकुमार राम -२ ने की वहीं धरणा में सुखलाल यादव, संजू देवी, रेखा देवी, वीणा देवी, रीता देवी, मुन्नर देवी, फुलो देवी, रमेश राम, रंजीत राम ,सुरेश राम आदि शामिल हुऐ।