राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर धूप की तपिश इन दिनों अपने चरम सीमा पर पहुंच रहा है। बैशाख के महीने में ही इस कदर बढ़ गई है कि लोगों को जेठ का अहसास करा रही है सड़कों पर कौन कहे, आम लोगों को घर में ही, गर्म हवा से झुलसा रहा है। सड़क सुनसान नज़र आता है। लोग अपने कामों से बाजार निकलते हैं तो अपने शरीर को पुरी तरह ढक कर सड़कों निकलते हैं। इस तपिश में स्कूली छात्र एवं छात्राओं को कोचिंग कर घर लौटते समय परिशानी उठानी पड़ रही है। सुबह से ही सुरु हो जाता है गर्मी की तपिश। दिन चढ़ते ही लगातार बढ़ता जाता है। ये कई दिनों से देखने को मिल रहा है। दिन चढ़ने के साथ ही तापमान के आकड़े भी बढ़ रहे हैं। तापमान की जानकारी के लिए आम तौर पर अक्सर लोग मोबाइल का सहारा ले रहे है। मोबाइल आकड़ो की मानें तो दिन के 10 बजे से 12 बजे के बीच तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दिख रहा होता है जो 3 बजते बजते 42 डिग्री तक पहुंच जाता है हालांकि पूसा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग ने दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस बताया जाता है।
समस्तीपुर धूप की तपिश इन दिनों अपने चरम सीमा पर पहुंच रहा है। बैशाख के महीने में ही इस कदर बढ़ गई है कि लोगों को जेठ का अहसास करा रही है सड़कों पर कौन कहे, आम लोगों को घर में ही, गर्म हवा से झुलसा रहा है। सड़क सुनसान नज़र आता है। लोग अपने कामों से बाजार निकलते हैं तो अपने शरीर को पुरी तरह ढक कर सड़कों निकलते हैं। इस तपिश में स्कूली छात्र एवं छात्राओं को कोचिंग कर घर लौटते समय परिशानी उठानी पड़ रही है। सुबह से ही सुरु हो जाता है गर्मी की तपिश। दिन चढ़ते ही लगातार बढ़ता जाता है। ये कई दिनों से देखने को मिल रहा है। दिन चढ़ने के साथ ही तापमान के आकड़े भी बढ़ रहे हैं। तापमान की जानकारी के लिए आम तौर पर अक्सर लोग मोबाइल का सहारा ले रहे है। मोबाइल आकड़ो की मानें तो दिन के 10 बजे से 12 बजे के बीच तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दिख रहा होता है जो 3 बजते बजते 42 डिग्री तक पहुंच जाता है हालांकि पूसा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग ने दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस बताया जाता है।