राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर देश भर में लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम से स्पष्ट होता है कि इसमें वही हुआ है, जो आजादी के बाद होते रहे हैं। कोई दल या गठबन्धन न जीता, न हारा।बस "तंत्र" जीता, "लोक" हारा। वर्तमान व्यवस्था तिकड़म के लिए उपहार है और आम अवाम के लिए अभिशाप। उक्त बातें अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष शिक्षाविद् डॉ परमानन्द लाभ ने एक प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर चुनाव परिणाम की प्रतिक्रिया में कहा है। उन्होंने जीत हासिल करने वाले उम्मीदवारों को मिथिला की ओर से बधाई देते हुए उनसे अपेक्षा की है कि वे वर्तमान त्रुटिपूर्ण व्यवस्था में परिवर्तन और मैथिलजनों की भावना के अनुरुप मिथिला राज्य की स्थापना में अहम भूमिका निभाऐंगे, राष्ट्रीय विकास की रेखा को स्पष्ट करने वाले शिक्षा जगत में शिक्षकों की गरिमा को अक्षुण्ण रखने में अपना योगदान दे सकेंगे।*
डॉ लाभ ने मुख्य बात यह भी कहा कि इस चुनाव के मध्यनजर सरकार, न्यायपालिका, आयोग और मीडिया की समवेत निष्पक्षता पर भी सवाल आमजनता के बीच उभरे हैं, जो लोकतंत्र और राष्ट्रहित में नहीं है।इसपर स्वस्थ और खुली बहस की आवश्यकता है।
समस्तीपुर देश भर में लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम से स्पष्ट होता है कि इसमें वही हुआ है, जो आजादी के बाद होते रहे हैं। कोई दल या गठबन्धन न जीता, न हारा।बस "तंत्र" जीता, "लोक" हारा। वर्तमान व्यवस्था तिकड़म के लिए उपहार है और आम अवाम के लिए अभिशाप। उक्त बातें अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष शिक्षाविद् डॉ परमानन्द लाभ ने एक प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर चुनाव परिणाम की प्रतिक्रिया में कहा है। उन्होंने जीत हासिल करने वाले उम्मीदवारों को मिथिला की ओर से बधाई देते हुए उनसे अपेक्षा की है कि वे वर्तमान त्रुटिपूर्ण व्यवस्था में परिवर्तन और मैथिलजनों की भावना के अनुरुप मिथिला राज्य की स्थापना में अहम भूमिका निभाऐंगे, राष्ट्रीय विकास की रेखा को स्पष्ट करने वाले शिक्षा जगत में शिक्षकों की गरिमा को अक्षुण्ण रखने में अपना योगदान दे सकेंगे।*
डॉ लाभ ने मुख्य बात यह भी कहा कि इस चुनाव के मध्यनजर सरकार, न्यायपालिका, आयोग और मीडिया की समवेत निष्पक्षता पर भी सवाल आमजनता के बीच उभरे हैं, जो लोकतंत्र और राष्ट्रहित में नहीं है।इसपर स्वस्थ और खुली बहस की आवश्यकता है।