राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर सरकार ने मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में समेकित बाल विकास सेवा की शुरुआत बच्चों की समग्र जरूरतों की पूर्ति की चुनौती के प्रत्युत्तर में की है. जहां बच्चों में संज्ञानात्मक, सामाजिक, भावनात्मक, भाषागत, शरीरिक विकास और आजीवन अधिगम की नींव डालने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाती है. परन्तु प्रखंड क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र इसे धरातल पर उतारने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. सिर्फ कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर इससे जुड़े लोग अपने कर्तव्यों का इतिश्री कर लेते हैं.इस बात का खुलासा तब हुआ जब लोगों की शिकायत पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह ने प्रखंड मुख्यालय से सटे आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 95 का निरीक्षण किया.इस दौरान 9.15 बजे सुबह केंद्र पर सेविका, सहायिका व सिर्फ दो बच्चे पाए गए. बीडीओ ने उक्त बातों का निरीक्षण पंजी में उल्लेख करते हुए कहा है कि उपस्थित लोगों ने जानकारी दी कि केंद्र पर बहुत कम संख्या में बच्चे आते हैं. साथ ही सेविका व सहायिका का लोगों के प्रति रवैया उपेक्षापूर्ण रहता है. समुचित तरीके से कार्य का निष्पादन भी नहीं कर पातीं हैं. बीडीओ ने इस बावत सीडीपीओ को उचित कार्रवाई कर अधोहस्ताक्षरी को सूचित करने का आदेश दिया है ।
समस्तीपुर सरकार ने मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में समेकित बाल विकास सेवा की शुरुआत बच्चों की समग्र जरूरतों की पूर्ति की चुनौती के प्रत्युत्तर में की है. जहां बच्चों में संज्ञानात्मक, सामाजिक, भावनात्मक, भाषागत, शरीरिक विकास और आजीवन अधिगम की नींव डालने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाती है. परन्तु प्रखंड क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र इसे धरातल पर उतारने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. सिर्फ कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर इससे जुड़े लोग अपने कर्तव्यों का इतिश्री कर लेते हैं.इस बात का खुलासा तब हुआ जब लोगों की शिकायत पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह ने प्रखंड मुख्यालय से सटे आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 95 का निरीक्षण किया.इस दौरान 9.15 बजे सुबह केंद्र पर सेविका, सहायिका व सिर्फ दो बच्चे पाए गए. बीडीओ ने उक्त बातों का निरीक्षण पंजी में उल्लेख करते हुए कहा है कि उपस्थित लोगों ने जानकारी दी कि केंद्र पर बहुत कम संख्या में बच्चे आते हैं. साथ ही सेविका व सहायिका का लोगों के प्रति रवैया उपेक्षापूर्ण रहता है. समुचित तरीके से कार्य का निष्पादन भी नहीं कर पातीं हैं. बीडीओ ने इस बावत सीडीपीओ को उचित कार्रवाई कर अधोहस्ताक्षरी को सूचित करने का आदेश दिया है ।