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चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर में 100 से अधिक मरे सैकड़ों आक्रांत







 पटना/समस्तीपुर (राजेश कुमार वर्मा) बिहार के मुजफ्फरपुर जिला में करीबन 100 बच्चे से अधिक की मौत पिछले 20 दिनों के अंदर होने की सूचना के साथ ही राज्य के विभिन्न अस्पतालों से चमकी बुखार से मौत होने की सूचना लगातार मिल रही है।
   एस के एम सी एच मेडिकल कॉलेज मुजफ्फरपुर में आईसीयू वार्ड की हालत ऐसी है की एक बेड पर दो से तीन बच्चे देखे जा रहे है ,इन वार्डों में डॉक्टरों की कमी से लेकर अनुभवी नर्सों की कमी है पिछले 20 दिनों में 100 से अधिक बच्चों की मरने की सूचना के बाद भी बिहार के सुशासन कान में तेल देकर सोए नजर आ रहे हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ों करोड़ की व्यापक पैमाने पर बड़े-बड़े अखबार और टेलीविजन पर देखा है। आयुष्मान भारत की प्रचार में अपना चेहरा चमका रहे है वहीं पर मेडिकल कॉलेजों में दवा की घोर अभाव है डॉक्टरों ने रोते हुए एक चैनल के मीडिया को बतलाया और कहा कि कई दिनों से दवा की मांग की जा रही है लेकिन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रबंधक द्वारा दवा की उपलब्धता नहीं कराए जाने से भी बच्चों की मौत हो रही है 2 आईसीयू वार्ड में मात्र चार डॉक्टर है जिस कारण भूखे प्यासे रहकर भी मैं इलाज कर रहा हूं उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जितने डॉ० की आवश्यकता है उस डाक्टर के नहीं रहने के कारण बच्चों की मौत दवा और उचित देखभाल की कारण हो रही है अचरज की बात यह है की बिहार में भाजपा के कोटे से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन समेत बड़े-बड़े केंद्रीय नेता कि के दौड़ा मुजफ्फरपुर एस के एम सी एच मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगातार हो रही है। जितना पैसा इन नेताओं के दौरें पर खर्च होंगे और बड़े बड़े अखबार में अपना अपना फोटो छपबाएंगे इससे कम पैसे में इन बच्चों की जान बचाई जा सकती थी। आयुष्मान भारत योजना की पोल मुजफ्फरपुर में हुई 100 बच्चे से अधिक की मौत से खुल रही है। चिंता की बात यह है कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का नींद अभी तक नहीं खुली है इससे यह जाहिर होता है कि देश के भविष्य की चिंता नहीं बल्कि अपनी और एनडीए की सरकार की उन्हें चिंता है ।बिहार में अच्छे दिन आने का शुभ संकेत मुजफ्फरपुर जिला से गरीब बच्चे की मौत से सामने आ रही है यही हालात पूरे बिहार के अस्पतालों में है जहां साधारण सी बीमारी की दवा भी उपलब्ध नहीं है कोई ऐसा दिन नहीं जिस दिन पूरे बिहार में डाक्टर एंव दवा की कमी के कारण 4 से 5 लोगों की मौत नहीं होती हो फिर भी बेशर्मी की हद पार कर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री लंबी लंबी भाषण देते नजर आए पूरा बिहार महा जंगलराज में तब्दील हो गया है एनडीए सरकार में यह कोई नई बात नहीं की सरकार के जश्न मनाने में और सरकारी खजाने को लूटने में मशहूर सरकार ने बच्चों की मौत होना नहीं है क्योंकि उत्तर प्रदेश में गोरखपुर सीट जोगी के शासनकाल में 100 बच्चे की मौत हुई थी गैस की ऑक्सीजन की कमी के कारण ठीक इसी प्रकार बिहार के मुजफ्फरपुर के एस के एम सी एच मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर और दवा के कमी के कारण 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है और जारी है प्रत्येक घंटे एक बच्चे की मौत डॉक्टरों के बिना एंव दवा के अभाव में होती रही है बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पर हत्या की मुकदमा दर्ज कराने की मांग विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं ने की है तथा चमकी बुखार से प्रभावित बच्चों के अभिभावक संबंधियों ने भी सरकार पर हत्या की मुकदमा चलाने की मांग की है।इस मौत को लेकर किसान सभा के नेता जीतेंद्र शाही ने केन्द्र व राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पर मुकदमा चलाने की बात कहा है।

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