राजेश कुमार वर्मा
नगर परिषद में कर्मचारी निधि मध्य में लाखों का घोटाला
समस्तीपुर नगर परिषद समस्तीपुर में कार्यरत(४५०) चार सौ पचास की संख्या से उपर सफाई कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नही मिलने के कारण सफाई कर्मचारियों के परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या आ गई है।
नगर परिषद,समस्तीपुर के सफाई कर्मचारियों की हालत काफी दयनीय होती जा रही है । जैसे तैसे नगर निकाय सफाई कर्मचारियों के दिन वेतन के बिना गुजर रहा है वैसे-वैसे उनके परिवार और बच्चों की शिक्षा में आर्थिक लचरता के कारण कठिनाईयों का सामना करना पर रहा है।आखिर नगर परिषद और जिला प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारी इस मामले में कुंभ कर्णी निंद्रा में क्यों सोऐ हुऐ है और क्यों नही उनकी नींद टूट रही हैं।आखिर सफाई कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नही मिलने से उनके परिवार एंव उनके बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा ,इनकी दयनीय स्थिति का कौन जिम्मेदार है।क्यों किसी अधिकारी के कानों तक आवाज़ नहीं जा रहा है।जबकि केंद्र व बिहार सरकार स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों रुपये की राशि कागज पर खर्च कर दिखा रही है,लेकिन उनके अभियान में साथ रहने वाले स्थायी सफाई कर्मचारियों एंव दैनिक सफाई मजदूरों को वेतन के भुगतान के लिए लालायित होना पड़ रहा है।
इस मामले को वरीय अधिकारी तक पहुचानें में समाजसेवी मो० अकबर जो राजद के कार्यकर्ता है उन्होंने समस्तीपुर नगर परिषद में कार्यरत के (४५०) चार सौ पचास सफाई कर्मचारियों के बकाया वेतन का मामला उठाया है।
वहीं वार्ता के बावजूद वेतन नहीं मिलने को लेकर मंगलवार के सुबह सफाई कर्मचारियों ने अपने अपने वार्ड में सफाई का काम छोड़कर इसके विरुद्ध हड़ताल पर चले गये।जिसके चलते वार्ड के टोले मुहल्ले सहित न०:- ०१ ,०३,०९ के साथ ही कई वार्ड में सफाई कार्य वाधित रहा और कुछ वार्ड के वार्ड आयुक्त के समझाने पर सफाई का कार्य सफाई कर्मचारियों ने जारी रख शहर के सड़कों एंव मुहल्ले की सफाई किया। कर्मचारियों द्वारा बताया गया की संघ से वार्ता के समय कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार ने १० जून तक बकाया वेतन भुगतान कर दिया जाएगा का वादा किए लेकिन भुगतान नहीं किया गया है।सफाई व्यवस्था से संबद्ध एनजीओ द्वारा भी मनमानी किया जा रहा है।दुरभाष द्वारा नगर परिषद से संबद्ध प्राप्त एनजीओ संचालक एंव कार्यपालक पदाधिकारी से जब मीडिया दर्शन जिला संवाददाता /मिथिला हिन्दी न्यूज पोर्टल ब्यूरो प्रमुख राजेश कुमार वर्मा द्वारा सफाई कर्मचारियों के बकाया वेतन भुगतान के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था के संदर्भ में जानकारी मांगी गई तो बताया गया कि भुगतान के लिऐ राशि आंवटित हो गया है खाते में आते ही दो से चार दिनों के अंदर सभी सफाई कर्मचारियों का भुगतान कर दिया जाएगा वहीं सफाई व्यवस्था के लिऐ गठित वार्ड में सफाई कर्मचारियों की सूची एंव लगाए गए ट्रैक्टर इत्यादि की जानकारी के नाम पर कन्नी काट बहाने बनाते हुऐ कहां की बाद में भेज देंगे लेकिन समाचार प्रेषण तक किसी भी प्रकार की सुचना उपलब्ध नहीं कराया गया है।
नगर परिषद में कर्मचारी निधि मध्य में लाखों का घोटाला
समस्तीपुर नगर परिषद समस्तीपुर में कार्यरत(४५०) चार सौ पचास की संख्या से उपर सफाई कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नही मिलने के कारण सफाई कर्मचारियों के परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या आ गई है।
नगर परिषद,समस्तीपुर के सफाई कर्मचारियों की हालत काफी दयनीय होती जा रही है । जैसे तैसे नगर निकाय सफाई कर्मचारियों के दिन वेतन के बिना गुजर रहा है वैसे-वैसे उनके परिवार और बच्चों की शिक्षा में आर्थिक लचरता के कारण कठिनाईयों का सामना करना पर रहा है।आखिर नगर परिषद और जिला प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारी इस मामले में कुंभ कर्णी निंद्रा में क्यों सोऐ हुऐ है और क्यों नही उनकी नींद टूट रही हैं।आखिर सफाई कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नही मिलने से उनके परिवार एंव उनके बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा ,इनकी दयनीय स्थिति का कौन जिम्मेदार है।क्यों किसी अधिकारी के कानों तक आवाज़ नहीं जा रहा है।जबकि केंद्र व बिहार सरकार स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों रुपये की राशि कागज पर खर्च कर दिखा रही है,लेकिन उनके अभियान में साथ रहने वाले स्थायी सफाई कर्मचारियों एंव दैनिक सफाई मजदूरों को वेतन के भुगतान के लिए लालायित होना पड़ रहा है।
इस मामले को वरीय अधिकारी तक पहुचानें में समाजसेवी मो० अकबर जो राजद के कार्यकर्ता है उन्होंने समस्तीपुर नगर परिषद में कार्यरत के (४५०) चार सौ पचास सफाई कर्मचारियों के बकाया वेतन का मामला उठाया है।
वहीं वार्ता के बावजूद वेतन नहीं मिलने को लेकर मंगलवार के सुबह सफाई कर्मचारियों ने अपने अपने वार्ड में सफाई का काम छोड़कर इसके विरुद्ध हड़ताल पर चले गये।जिसके चलते वार्ड के टोले मुहल्ले सहित न०:- ०१ ,०३,०९ के साथ ही कई वार्ड में सफाई कार्य वाधित रहा और कुछ वार्ड के वार्ड आयुक्त के समझाने पर सफाई का कार्य सफाई कर्मचारियों ने जारी रख शहर के सड़कों एंव मुहल्ले की सफाई किया। कर्मचारियों द्वारा बताया गया की संघ से वार्ता के समय कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार ने १० जून तक बकाया वेतन भुगतान कर दिया जाएगा का वादा किए लेकिन भुगतान नहीं किया गया है।सफाई व्यवस्था से संबद्ध एनजीओ द्वारा भी मनमानी किया जा रहा है।दुरभाष द्वारा नगर परिषद से संबद्ध प्राप्त एनजीओ संचालक एंव कार्यपालक पदाधिकारी से जब मीडिया दर्शन जिला संवाददाता /मिथिला हिन्दी न्यूज पोर्टल ब्यूरो प्रमुख राजेश कुमार वर्मा द्वारा सफाई कर्मचारियों के बकाया वेतन भुगतान के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था के संदर्भ में जानकारी मांगी गई तो बताया गया कि भुगतान के लिऐ राशि आंवटित हो गया है खाते में आते ही दो से चार दिनों के अंदर सभी सफाई कर्मचारियों का भुगतान कर दिया जाएगा वहीं सफाई व्यवस्था के लिऐ गठित वार्ड में सफाई कर्मचारियों की सूची एंव लगाए गए ट्रैक्टर इत्यादि की जानकारी के नाम पर कन्नी काट बहाने बनाते हुऐ कहां की बाद में भेज देंगे लेकिन समाचार प्रेषण तक किसी भी प्रकार की सुचना उपलब्ध नहीं कराया गया है।