राजेश कुमार वर्मा
चमकी बुखार को महामारी घोषित कर युद्दस्तर पर वचाव कार्य चलाए सरकार- सुरेंद्र
समस्तीपुर चमकी बुखार से हताहत बच्चों को न्याय देने, इसे महामारी घोषित कर युद्दस्तर पर बचाव कार्य चलाने, अस्पतालों में मूलभूत व्यवस्था करने, बच्चों की हत्या के जिम्मेवार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाँ० हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री आश्वनी चौबे, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से ईस्तीफा देने समेत अन्य मांगों को लेकर आज आईसा-इनौस-ऐपवा एवं भाकपा माले के कार्यकर्ता शहर के मवेशी अस्पताल पर जुटकर अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर लेकर नारे लगाते हुए प्रतिरोध मार्च निकाला जो सदर अस्पताल, समाहरणालय, अनुमंडल कार्यालय, महिला काँलेज, नगर एवं मुफस्सिल थाना होते हुए ओवरब्रीज चौराहा पहुँचकर मार्च सभा में तब्दील हो गया। इसकी अध्यक्षता इनौस सह माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने की तथा सभा का संचालन आईसा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार ने की।इस मौके पर मो० सगीर, मनोज शर्मा, अशोक राय, राजकुमार चौधरी, महेश पासवान, सुखदेव सहनी, मिथिलेश कुमार,लोकेश राज, दीपक यादव, राजू झा, राम कुमार, आशिफ होदा इत्यादि ने भी सभा को संबोधित किया।
बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा कि इंसेफेलाइटिस से सरकारी, निजी क्लिनिक एवं घर पर करीब 2 सौ से अधिक बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। कईक सौ ईलाजरत है। अस्पतालों में मूलभूत सुविधा का अभाव है। रोगी को दवा तो छोड़िए बेड तक नहीं मिल पा रहा है। यह बिहार पटना- केंद्र दिल्ली सरकार की नाकामी है। प्रो० उमेश कुमार ने चमकी बुखार को महामारी घोषित करने, युद्दस्तर पर बचाव कार्य चलाने, अस्पताल के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग सरकार से की है। मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा० हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से ईस्तीफे की मांग किया है।
चमकी बुखार को महामारी घोषित कर युद्दस्तर पर वचाव कार्य चलाए सरकार- सुरेंद्र
बच्चों की हत्या के जिम्मेवार केंद्रीय एवं राज्य स्वास्थ्य मंत्री ईस्तीफा दें- सुनील
बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा कि इंसेफेलाइटिस से सरकारी, निजी क्लिनिक एवं घर पर करीब 2 सौ से अधिक बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। कईक सौ ईलाजरत है। अस्पतालों में मूलभूत सुविधा का अभाव है। रोगी को दवा तो छोड़िए बेड तक नहीं मिल पा रहा है। यह बिहार पटना- केंद्र दिल्ली सरकार की नाकामी है। प्रो० उमेश कुमार ने चमकी बुखार को महामारी घोषित करने, युद्दस्तर पर बचाव कार्य चलाने, अस्पताल के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग सरकार से की है। मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा० हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से ईस्तीफे की मांग किया है।