राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर पूर्व मध्य रेल मंडल समस्तीपुर के द्वारा समस्तीपुर -दरभंगा रेल लाईन दोहरीकरण का कार्य तीव्र गति से शुरुआत की गई हैं।समस्तीपुर बुढ़ी गंडक नदी के किनारे को उच्चीकरण करने के लिए ठीकेदार द्वारा मिट्टी पर बिना पानी पटाऐ उच्चीकरण किया जा रहा है।जिससे मिट्टी धूल बनकर उड़ रही हैं।इसके कारण आसपास बसे घरों एंव दुकानों में धूल ही धूल भर जाता हैं।स्थानीय निवासियों ने हमारे संवाददाता को बताया कि ठीकेदार द्वारा मिट्टी लाकर बिना पानी पटाऐ हुए ही रेलवे लाईन के दोहरीकरण के वास्ते उच्चीकरण का कार्य शुरू कर उच्चीकरण मिट्टी से करने का कार्य कर रहे हैं।मिट्टी पर पानी नहीं पटाने के कारण जब मिट्टी सुखने लगती है तो उसका धूल हवा के झोंके से चारों ओर उड़ने लगता है जिसके कारण घरों एंव दुकान में धूल ही धूल नजरेईनायत होने लगता है।जिससे स्थानीय निवासी सांस रोग फैलने की आशंका से संशंकित नजर आ रहे है।
स्थानीय लोगों ने रेलप्रशासन से प्रेस के माध्यम से कहां है की ठीकेदार को पानी पटाते हुए मिट्टी द्वारा उच्चीकरण करने का कार्य करने का आदेश निर्देश दिया जाए ताकी लोगों को मिट्टी के धूल से होने वाली स्वांस रोग ना फैल सके।
समस्तीपुर पूर्व मध्य रेल मंडल समस्तीपुर के द्वारा समस्तीपुर -दरभंगा रेल लाईन दोहरीकरण का कार्य तीव्र गति से शुरुआत की गई हैं।समस्तीपुर बुढ़ी गंडक नदी के किनारे को उच्चीकरण करने के लिए ठीकेदार द्वारा मिट्टी पर बिना पानी पटाऐ उच्चीकरण किया जा रहा है।जिससे मिट्टी धूल बनकर उड़ रही हैं।इसके कारण आसपास बसे घरों एंव दुकानों में धूल ही धूल भर जाता हैं।स्थानीय निवासियों ने हमारे संवाददाता को बताया कि ठीकेदार द्वारा मिट्टी लाकर बिना पानी पटाऐ हुए ही रेलवे लाईन के दोहरीकरण के वास्ते उच्चीकरण का कार्य शुरू कर उच्चीकरण मिट्टी से करने का कार्य कर रहे हैं।मिट्टी पर पानी नहीं पटाने के कारण जब मिट्टी सुखने लगती है तो उसका धूल हवा के झोंके से चारों ओर उड़ने लगता है जिसके कारण घरों एंव दुकान में धूल ही धूल नजरेईनायत होने लगता है।जिससे स्थानीय निवासी सांस रोग फैलने की आशंका से संशंकित नजर आ रहे है।
स्थानीय लोगों ने रेलप्रशासन से प्रेस के माध्यम से कहां है की ठीकेदार को पानी पटाते हुए मिट्टी द्वारा उच्चीकरण करने का कार्य करने का आदेश निर्देश दिया जाए ताकी लोगों को मिट्टी के धूल से होने वाली स्वांस रोग ना फैल सके।