राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर जिले में एक तरफ पानी के लिए त्राहिमाम मचा है तो वहीं दुसरी तरफ नकली मिनरल वाटर सप्लाई प्लांट चलाने वाले की चांदी ही चांदी है।बताया जाता है की समस्तीपुर जिले में कई ऐसे अवैधानिक आर०ओ० मिनरल वाटर सप्लाई का प्लांट है जिसके पास ना तो फैक्ट्री लाईसेंस है और ना ही मिनरल वाटर पानी सप्लाई करने का प्रमाणपत्र फिर भी ऐ लोग रोजाना एक लाख लीटर क्यूसेक पानी तैयार करने में तीन लाख पानी खुलेआम बर्वाद कर रहे है।
आम जनता पीने की पानी के भटक रही है और अधिकारी वर्ग इन अवैध पानी सप्लाई करने वाले से शायद अवैध राशि बंधी बंधाई पाते है इसलिए कान में करूंआ तेल डाल सोऐ हुऐ है।
अपनी तो जैसे तैसे कट जायेगी आपका क्या होगा जनाबे आली वाली कहावत चरितार्थ है आज आम जनता कै लिये अगर इस अवैध पानी की सप्लाई को बंद करने की तोहमत सरकार या सरकारी तंत्र नहीं उठाती है तो वो दिन दुर नहीं जब आम लोग पानी भी शराब के भाव खरीदने पर मजबूर हो सकते है।
समस्तीपुर जिले में एक तरफ पानी के लिए त्राहिमाम मचा है तो वहीं दुसरी तरफ नकली मिनरल वाटर सप्लाई प्लांट चलाने वाले की चांदी ही चांदी है।बताया जाता है की समस्तीपुर जिले में कई ऐसे अवैधानिक आर०ओ० मिनरल वाटर सप्लाई का प्लांट है जिसके पास ना तो फैक्ट्री लाईसेंस है और ना ही मिनरल वाटर पानी सप्लाई करने का प्रमाणपत्र फिर भी ऐ लोग रोजाना एक लाख लीटर क्यूसेक पानी तैयार करने में तीन लाख पानी खुलेआम बर्वाद कर रहे है।
आम जनता पीने की पानी के भटक रही है और अधिकारी वर्ग इन अवैध पानी सप्लाई करने वाले से शायद अवैध राशि बंधी बंधाई पाते है इसलिए कान में करूंआ तेल डाल सोऐ हुऐ है।
अपनी तो जैसे तैसे कट जायेगी आपका क्या होगा जनाबे आली वाली कहावत चरितार्थ है आज आम जनता कै लिये अगर इस अवैध पानी की सप्लाई को बंद करने की तोहमत सरकार या सरकारी तंत्र नहीं उठाती है तो वो दिन दुर नहीं जब आम लोग पानी भी शराब के भाव खरीदने पर मजबूर हो सकते है।