राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर जिले के समस्तीपुर प्रखंड के जितवारपुर निजामत के वार्ड-2 निवासी सह भाकपा माले नेता राजकुमार चौधरी की विधवा माँ केसिया देवी (70) रविवार को मथुरापुर स्थित बाजार समिति जाते समय तेज गति से आ रहे वाहन से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। राहगीरों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी होने पर पीड़ित महिला के पुत्र, पुत्रवधु समेत अन्य परिजन अस्पताल पहुँचे। चिकित्सक ने ईलाज करने की जहमत से बचने के लिए ब्रेन हैमरेज होने का बहाना बनाकर करीब 5 बजे शाम में डीएमसीएच रेफर कर दिया। परिजन को चीखते-चिल्लाते देख एक कर्मी ने आकर कहा कि मरीज ठीक है। चिकित्सक ईलाज करना नहीं चाहते। रोगी को घर ले जाईए। ऐसा सुनकर पीड़िता के परिजन उसे घर लेकर चले गये। ग्रामीण चिकित्सक ने हल्का ईलाज किया। अब महिला पूरी तरह स्वस्थ है।
सदर अस्पताल में जारी रेफर का खेल रोकने, दोषी चिकित्सक पर कारबाई करने, अस्पताल की व्यवस्था सुधारने आदि की मांग को लेकर आज महिला संगठन ऐपवा नेत्री बंदना सिंह, माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह, पीड़िता के पुत्र राजकुमार चौधरी ने जिलाधिकारी को स्मार-पत्र सौपा है। महिला नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि चिकित्सक पैसा के लोभ में अपने क्लिनिक पर गंभीर से गंभीर रोगी को भर्ती रखते हैं जबकी ईलाज करने की जहमत से बचने हेतु साधारण रोगी को भी रेफर कर दिया जाता है।इस रेफर- रेफर के खेल में लेनदेन भी होता रहता है। ऐपवा नेत्री ने इस खेल को रोकने की व्यवस्था करने की जिलाधिकारी से मांग की है अन्यथा आंदोलन चलाने की घोषणा की है।
निजी क्लिनिक पर गंभीर रोगी को भर्ती रखने वाले चिकित्सक अस्पताल में करते रहते रेफर-सुरेंद्र
समस्तीपुर जिले के समस्तीपुर प्रखंड के जितवारपुर निजामत के वार्ड-2 निवासी सह भाकपा माले नेता राजकुमार चौधरी की विधवा माँ केसिया देवी (70) रविवार को मथुरापुर स्थित बाजार समिति जाते समय तेज गति से आ रहे वाहन से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। राहगीरों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी होने पर पीड़ित महिला के पुत्र, पुत्रवधु समेत अन्य परिजन अस्पताल पहुँचे। चिकित्सक ने ईलाज करने की जहमत से बचने के लिए ब्रेन हैमरेज होने का बहाना बनाकर करीब 5 बजे शाम में डीएमसीएच रेफर कर दिया। परिजन को चीखते-चिल्लाते देख एक कर्मी ने आकर कहा कि मरीज ठीक है। चिकित्सक ईलाज करना नहीं चाहते। रोगी को घर ले जाईए। ऐसा सुनकर पीड़िता के परिजन उसे घर लेकर चले गये। ग्रामीण चिकित्सक ने हल्का ईलाज किया। अब महिला पूरी तरह स्वस्थ है।सदर अस्पताल में जारी रेफर का खेल रोकने, दोषी चिकित्सक पर कारबाई करने, अस्पताल की व्यवस्था सुधारने आदि की मांग को लेकर आज महिला संगठन ऐपवा नेत्री बंदना सिंह, माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह, पीड़िता के पुत्र राजकुमार चौधरी ने जिलाधिकारी को स्मार-पत्र सौपा है। महिला नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि चिकित्सक पैसा के लोभ में अपने क्लिनिक पर गंभीर से गंभीर रोगी को भर्ती रखते हैं जबकी ईलाज करने की जहमत से बचने हेतु साधारण रोगी को भी रेफर कर दिया जाता है।इस रेफर- रेफर के खेल में लेनदेन भी होता रहता है। ऐपवा नेत्री ने इस खेल को रोकने की व्यवस्था करने की जिलाधिकारी से मांग की है अन्यथा आंदोलन चलाने की घोषणा की है।