राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुरः जिले के विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया घाट के पंचवटी चौक इस्थित चौराहा पर एकमात्र चापाकल वर्षों पूर्व सरकारी लोगों के द्वारा कराया गया था। जहां पर सैकड़ों दुकानें चारों ओर लोगों के द्वारा खोले गए हैं ।इस जगह पर बेगूसराय से आने वाली तमाम बसें एवं अन्य सवारी गाड़ी सहित रोसड़ा से पटना जाने वाली अन्य सभी बसें एवं अन्य सवारी गाड़ी एवं विभिन्न मार्गो से आने जाने वाली गाड़ियों का ठहराव होता है ।लोग यहां हर घंटे सैकड़ों की संख्या में बस ,टेम्पो , बगैरा पकड़ने के इंतजार में खड़े रहते हैं, इस दौरान लोग यहां एक बूंद पानी के लिए तरस कर रह जाते हैं क्योंकि यहां पानी की व्यवस्था नहीं है ।स्थानीय लोगों ने बताया कि हम लोगों को भी अपने घर से या कहीं दूर से पानी लाना पड़ता है, यहां जो चापाकल है वह करीब 1 साल से खराब पड़ी हुई है ,स्थानीय मुखिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी अनदेखा कर रहे हैं ।जिस वजह से लोगों को पानी नसीब नहीं हो रही है । बिहार सरकार का नल जल योजना के अंतर्गत जो पानी पहुंचाने का काम शुरू किया गया था उसका भी कोई लाभ यहां पर लोगों को नहीं मिल रही है। बता दें कि इस पंचायत अंतर्गत स्थानीय विधायक श्री रामबालक सिंह का भी घर पड़ता है ,वही मुखिया पति ललन सिंह सीपीआईएम के जाने-माने नेता कहलाते हैं लेकिन आज तक एक चापाकल भी मुख्य बाजार में सही कराने की क्षमता नहीं हुई ।मुखिया चुनाव के ढाई साल बीत जाने के बाद भी निर्वाचित हुए वर्तमान मुखिया से इस समस्या का निवारण नहीं हो पाया जबकि बिहार सरकार पेयजल को लेकर हजारों करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है और सबसे अहम बात तो यह है कि यह पंचायत वर्तमान विधायक श्री रामबालक सिंह का अपना पंचायत है लेकिन उनकी भी नजर इस पर अब तक नहीं पड़ी। वैसे सिंधिया घाट बाजार विभूतिपुर विधानसभा के राजधानी मानी जाती है, लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि राजधानी में लोगों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।
समस्तीपुरः जिले के विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया घाट के पंचवटी चौक इस्थित चौराहा पर एकमात्र चापाकल वर्षों पूर्व सरकारी लोगों के द्वारा कराया गया था। जहां पर सैकड़ों दुकानें चारों ओर लोगों के द्वारा खोले गए हैं ।इस जगह पर बेगूसराय से आने वाली तमाम बसें एवं अन्य सवारी गाड़ी सहित रोसड़ा से पटना जाने वाली अन्य सभी बसें एवं अन्य सवारी गाड़ी एवं विभिन्न मार्गो से आने जाने वाली गाड़ियों का ठहराव होता है ।लोग यहां हर घंटे सैकड़ों की संख्या में बस ,टेम्पो , बगैरा पकड़ने के इंतजार में खड़े रहते हैं, इस दौरान लोग यहां एक बूंद पानी के लिए तरस कर रह जाते हैं क्योंकि यहां पानी की व्यवस्था नहीं है ।स्थानीय लोगों ने बताया कि हम लोगों को भी अपने घर से या कहीं दूर से पानी लाना पड़ता है, यहां जो चापाकल है वह करीब 1 साल से खराब पड़ी हुई है ,स्थानीय मुखिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी अनदेखा कर रहे हैं ।जिस वजह से लोगों को पानी नसीब नहीं हो रही है । बिहार सरकार का नल जल योजना के अंतर्गत जो पानी पहुंचाने का काम शुरू किया गया था उसका भी कोई लाभ यहां पर लोगों को नहीं मिल रही है। बता दें कि इस पंचायत अंतर्गत स्थानीय विधायक श्री रामबालक सिंह का भी घर पड़ता है ,वही मुखिया पति ललन सिंह सीपीआईएम के जाने-माने नेता कहलाते हैं लेकिन आज तक एक चापाकल भी मुख्य बाजार में सही कराने की क्षमता नहीं हुई ।मुखिया चुनाव के ढाई साल बीत जाने के बाद भी निर्वाचित हुए वर्तमान मुखिया से इस समस्या का निवारण नहीं हो पाया जबकि बिहार सरकार पेयजल को लेकर हजारों करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है और सबसे अहम बात तो यह है कि यह पंचायत वर्तमान विधायक श्री रामबालक सिंह का अपना पंचायत है लेकिन उनकी भी नजर इस पर अब तक नहीं पड़ी। वैसे सिंधिया घाट बाजार विभूतिपुर विधानसभा के राजधानी मानी जाती है, लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि राजधानी में लोगों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।