राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय अनुमंडल के शहर स्थित एम०एस०भी०नगर दलसिंहसराय के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी द्वारा दलसिंहसराय के थौक-खुदरा दवा के अवैध कारोबारी के खिलाफ शिकायत देने के दो माह बाद भी आज तक कोई कार्यवाई नहीं किऐ जाने के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश पनप रहा है।
एस.एम.भी.नगर दलसिंहसराय के स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री बिहार सरकार सहित पुलिस महानिदेशक पटना को विगत ११ जुन २०१९ को स्थानीय जिलाप्रशासन को दिए गये आवेदन पत्र की प्रतिलिपि के साथ जिलाप्रशासन के विरूद्ध शिकायत करते हुऐ रामवृक्ष शर्मा, नंदनी कुमारी, विजय कुमार चौधरी , मुकेश महतो, निशा देवी ,पंकज सिंह , अभय ठाकुर , विशाल यादव इत्यादि महिला-पुरुषों ने अवैध दवा के कारोबारी मोहन पोद्दार पर आरोप लगाया है की इनके द्वारा अमान्य पदार्थ एंव नकली दवाओं का भंडार एकत्रित कर दवा के कालाबाजारी का धंधा किया करते है।इनके द्वारा पूर्व में भगवती फार्मा के नाम से स्टेशन रोड, दलसिंहसराय के निकट दवा मंडी में दुकान चलाया जा रहा था जिसे आज से तीन साल पूर्व नकली दवा की खरीद-बिक्री करने के जुर्म में दवा दुकान सहित गोदाम को भी चिकित्सा अधिकारियों एंव ड्रग इंस्पेक्टर और निगरानी विभाग के नजरेईनायत होने पर इनलोगों द्वारा दुकान एंव गोदाम को सीलबंद कर दिया गया जो आजतक यथावत हैं एंव दवा लाईसेंस को रद्द करते हुऐ विभागीय कार्यवाही जांच जारी है।ऐ मामला आज भी न्यायालय में निपटारा हेतू लंबित है।
आगे लिखा है की इन कार्यों का विरोध ग्रामीणों द्वारा जताऐ जाने पर मुहल्लेवासियों को जान-माल की क्षति पहुंचाने का भय एंव खौफ दिखाते है।सबसे बड़ी विडंबना यह है कि दवा के अवैध कारोबार या उक्त कांड या गोपनीय कार्य थाने के महज २०-३० मीटर की दुरी पर खुलेआम किया जा रहा है।इन सब कार्य को देख यहां के जिला प्रशासन भी मौन धारण किऐ हुऐ है।जिससे ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं बहुत बड़े दवा के अवैध कारोबारियों के रैकेट को छुपाने की साजिश जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है।
आगे ग्रामीणों ने लिखा है की मोहल्ले वासियों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित पत्र १६.०४.१९ सिविल सर्जन समस्तीपुर को पहली सुचना उचित कार्यवाई करने हेतू दिया गया।उसके बाद उक्त आवेदन पर एक सप्ताह बाद भी सिविल सर्जन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाई नहीं किया गया तो बाध्य होकर २२.०४.१९ को जिलाधिकारी समस्तीपुर को भी दवा के अवैध कारोबार करने की शिकायत की परन्तु आजतक यहां से भी हमलोगों को निराशा ही मिल रहा है।उक्त आवेदन पत्र पर कोई कार्यवाई नहीं किये जाने पर बाध्य होकर ०९.०५.१९ को पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर एंव पुलिस उपमहानिरीक्षक दरभंगा से भी लिखित आवेदन देकर गुहार लगाया लेकिन आजतक उक्त अवैध दवा कारोबारी पर किसी भी प्रकार की कार्यवाई नहीं किया गया है।
समस्तीपुर जिला आज अपराध के मामले में देश में तीसरा स्थान प्राप्त करने की ओर अग्रसर हो रही है।जिस तरह से यहां की प्रशासनिक व्यवस्था के साथ ही भ्रष्ट पुलिस प्रशासन की कार्यशैली चल रही है इससे ऐसा लगता है कि वो दिन अब दूर नहीं जब यह जिला अपराधिक घटनाओं में नम्बर एक (०१) की श्रेणी को भी छूने प्राप्त करने में अपना कोई कसर बाकी नहीं रख छोड़ेगा।
आगे उक्त आवेदन में यह भी कहां है की पिछले दो-तीन बार पुलिस उपमहानिरीक्षक का आगमन भी हुआ परन्तु इन बिन्दुओं पर उन्होंने कोई भी आदेश नहीं सुनाया और ना ही हमलोगों के समस्याओं के निपटारे हेतू अपना ध्यान आकर्षित किया।अगर यही सिलसिला यथावत चलता रहा तो हमलोगों के परिवार की जानमाल की खतरा बढ़ने की संभावना प्रवल दिख रही है।उक्त आवेदन पत्र में यह भी लिखा है की अगर हमारे माता एंव बहन के साथ अनैतिक दुराचार होने एंव घरों में लूटपाट जैसी घटना घटती है या जान-माल की क्षति होती है या किसी प्रकार की अनहोनी घटनाएं घटती है इसकी समस्त जिम्मेवारी जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस प्रशासन की होगी।उक्त दुकान से नकली दवा खरीद कर सेवन कर बेमोत मर रहें मरीजों के अभिभावकों एंव बेगुनाह लोगों की जान की रक्षा करने का गुहार लगाया है।इस संदर्भ में जब मीडिया दर्शन जिला प्रतिनिधि राजेश कुमार वर्मा के साथ स्थानीय पत्रकारों ने जानकारी हेतू सिविल सर्जन सियाराम मिश्र से संपर्क कर अवैध दवा कारोबारी पर क्या किसी भी प्रकार की कार्यवाई किया गया है तो एकटूक में अपना पल्ला झाड़ते हुऐ कहां की किसी भी प्रकार की कार्यवाई करने के लिए जिलाधिकारी से आदेश लेना पड़ता है।पूर्व में पड़े आवेदन पर किसी भी प्रकार की कार्यवाई करने का आदेश नहीं मिला है।
समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय अनुमंडल के शहर स्थित एम०एस०भी०नगर दलसिंहसराय के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी द्वारा दलसिंहसराय के थौक-खुदरा दवा के अवैध कारोबारी के खिलाफ शिकायत देने के दो माह बाद भी आज तक कोई कार्यवाई नहीं किऐ जाने के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश पनप रहा है।
एस.एम.भी.नगर दलसिंहसराय के स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री बिहार सरकार सहित पुलिस महानिदेशक पटना को विगत ११ जुन २०१९ को स्थानीय जिलाप्रशासन को दिए गये आवेदन पत्र की प्रतिलिपि के साथ जिलाप्रशासन के विरूद्ध शिकायत करते हुऐ रामवृक्ष शर्मा, नंदनी कुमारी, विजय कुमार चौधरी , मुकेश महतो, निशा देवी ,पंकज सिंह , अभय ठाकुर , विशाल यादव इत्यादि महिला-पुरुषों ने अवैध दवा के कारोबारी मोहन पोद्दार पर आरोप लगाया है की इनके द्वारा अमान्य पदार्थ एंव नकली दवाओं का भंडार एकत्रित कर दवा के कालाबाजारी का धंधा किया करते है।इनके द्वारा पूर्व में भगवती फार्मा के नाम से स्टेशन रोड, दलसिंहसराय के निकट दवा मंडी में दुकान चलाया जा रहा था जिसे आज से तीन साल पूर्व नकली दवा की खरीद-बिक्री करने के जुर्म में दवा दुकान सहित गोदाम को भी चिकित्सा अधिकारियों एंव ड्रग इंस्पेक्टर और निगरानी विभाग के नजरेईनायत होने पर इनलोगों द्वारा दुकान एंव गोदाम को सीलबंद कर दिया गया जो आजतक यथावत हैं एंव दवा लाईसेंस को रद्द करते हुऐ विभागीय कार्यवाही जांच जारी है।ऐ मामला आज भी न्यायालय में निपटारा हेतू लंबित है।
आगे लिखा है की इन कार्यों का विरोध ग्रामीणों द्वारा जताऐ जाने पर मुहल्लेवासियों को जान-माल की क्षति पहुंचाने का भय एंव खौफ दिखाते है।सबसे बड़ी विडंबना यह है कि दवा के अवैध कारोबार या उक्त कांड या गोपनीय कार्य थाने के महज २०-३० मीटर की दुरी पर खुलेआम किया जा रहा है।इन सब कार्य को देख यहां के जिला प्रशासन भी मौन धारण किऐ हुऐ है।जिससे ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं बहुत बड़े दवा के अवैध कारोबारियों के रैकेट को छुपाने की साजिश जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है।
आगे ग्रामीणों ने लिखा है की मोहल्ले वासियों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित पत्र १६.०४.१९ सिविल सर्जन समस्तीपुर को पहली सुचना उचित कार्यवाई करने हेतू दिया गया।उसके बाद उक्त आवेदन पर एक सप्ताह बाद भी सिविल सर्जन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाई नहीं किया गया तो बाध्य होकर २२.०४.१९ को जिलाधिकारी समस्तीपुर को भी दवा के अवैध कारोबार करने की शिकायत की परन्तु आजतक यहां से भी हमलोगों को निराशा ही मिल रहा है।उक्त आवेदन पत्र पर कोई कार्यवाई नहीं किये जाने पर बाध्य होकर ०९.०५.१९ को पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर एंव पुलिस उपमहानिरीक्षक दरभंगा से भी लिखित आवेदन देकर गुहार लगाया लेकिन आजतक उक्त अवैध दवा कारोबारी पर किसी भी प्रकार की कार्यवाई नहीं किया गया है।
समस्तीपुर जिला आज अपराध के मामले में देश में तीसरा स्थान प्राप्त करने की ओर अग्रसर हो रही है।जिस तरह से यहां की प्रशासनिक व्यवस्था के साथ ही भ्रष्ट पुलिस प्रशासन की कार्यशैली चल रही है इससे ऐसा लगता है कि वो दिन अब दूर नहीं जब यह जिला अपराधिक घटनाओं में नम्बर एक (०१) की श्रेणी को भी छूने प्राप्त करने में अपना कोई कसर बाकी नहीं रख छोड़ेगा।
आगे उक्त आवेदन में यह भी कहां है की पिछले दो-तीन बार पुलिस उपमहानिरीक्षक का आगमन भी हुआ परन्तु इन बिन्दुओं पर उन्होंने कोई भी आदेश नहीं सुनाया और ना ही हमलोगों के समस्याओं के निपटारे हेतू अपना ध्यान आकर्षित किया।अगर यही सिलसिला यथावत चलता रहा तो हमलोगों के परिवार की जानमाल की खतरा बढ़ने की संभावना प्रवल दिख रही है।उक्त आवेदन पत्र में यह भी लिखा है की अगर हमारे माता एंव बहन के साथ अनैतिक दुराचार होने एंव घरों में लूटपाट जैसी घटना घटती है या जान-माल की क्षति होती है या किसी प्रकार की अनहोनी घटनाएं घटती है इसकी समस्त जिम्मेवारी जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस प्रशासन की होगी।उक्त दुकान से नकली दवा खरीद कर सेवन कर बेमोत मर रहें मरीजों के अभिभावकों एंव बेगुनाह लोगों की जान की रक्षा करने का गुहार लगाया है।इस संदर्भ में जब मीडिया दर्शन जिला प्रतिनिधि राजेश कुमार वर्मा के साथ स्थानीय पत्रकारों ने जानकारी हेतू सिविल सर्जन सियाराम मिश्र से संपर्क कर अवैध दवा कारोबारी पर क्या किसी भी प्रकार की कार्यवाई किया गया है तो एकटूक में अपना पल्ला झाड़ते हुऐ कहां की किसी भी प्रकार की कार्यवाई करने के लिए जिलाधिकारी से आदेश लेना पड़ता है।पूर्व में पड़े आवेदन पर किसी भी प्रकार की कार्यवाई करने का आदेश नहीं मिला है।