विमल किशोर सिंह
शिवहर के पिपराही मेसौढ़ा मुख्य चौक हाईवे 54 पर बारिश होने की वजह से काफी जलजमाव। पिपराही चौक के बगल में बाजार लगता है जिसे गुदरी बाजार कहा जाता है और वहीं पर बारिश होने के कारण काफी जलजमाव होता है। इसे ग्रामीणों का कहना है कि जब भी बरसात आती है तो यहां काफी जलजमाव देखने को मिलता है।
एक तो ऐसे ही यहां पर गुदरी बाजार लगता है।जहां पर आसपास के इलाके से ग्रामीण यहां बाजार करने आते हैं। गुदरी बाजार के पास में ही जलजमाव लगाता है।
इससे काफी मुसाफिरों एवं आसपास के ग्रामीणों को छोटी नदी तैरकर बाजार जाना पड़ता है लोग काफी आक्रोशित होते हैं इस मामले को लेकर मगर करे तो क्या करें। वहां के ग्रामीणों का कहना है जब भी बरसात आएगी यह छोटी नदी बन जाएगी और इस पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की जा रही है वहां पर बाजार लगता है और बगल में कब्रिस्तान है। अगर बरसात के दिनों में मुस्लिम समुदाय में किसी की मृत्यु हो जाए तो कब्रिस्तान में जाने में यहा जलजमाव का सामना करना पड़ता है जिसे काफी गुस्सा होते हैं।
मोतिहारी बेलवा बैरगनिया जाने वाले व्यक्तियों को को भी जलजमाव का सामना करना पड़ता है।
शिवहर के पिपराही मेसौढ़ा मुख्य चौक हाईवे 54 पर बारिश होने की वजह से काफी जलजमाव। पिपराही चौक के बगल में बाजार लगता है जिसे गुदरी बाजार कहा जाता है और वहीं पर बारिश होने के कारण काफी जलजमाव होता है। इसे ग्रामीणों का कहना है कि जब भी बरसात आती है तो यहां काफी जलजमाव देखने को मिलता है।
एक तो ऐसे ही यहां पर गुदरी बाजार लगता है।जहां पर आसपास के इलाके से ग्रामीण यहां बाजार करने आते हैं। गुदरी बाजार के पास में ही जलजमाव लगाता है।
इससे काफी मुसाफिरों एवं आसपास के ग्रामीणों को छोटी नदी तैरकर बाजार जाना पड़ता है लोग काफी आक्रोशित होते हैं इस मामले को लेकर मगर करे तो क्या करें। वहां के ग्रामीणों का कहना है जब भी बरसात आएगी यह छोटी नदी बन जाएगी और इस पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की जा रही है वहां पर बाजार लगता है और बगल में कब्रिस्तान है। अगर बरसात के दिनों में मुस्लिम समुदाय में किसी की मृत्यु हो जाए तो कब्रिस्तान में जाने में यहा जलजमाव का सामना करना पड़ता है जिसे काफी गुस्सा होते हैं।
मोतिहारी बेलवा बैरगनिया जाने वाले व्यक्तियों को को भी जलजमाव का सामना करना पड़ता है।