राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर जिले के खानपुर प्रखंडान्तर्गत ग्राम पंचायत सोभन के वार्ड न०:- ०६ में बने मनरेगा योजना की सड़क अधूरी निर्माण के कारण गढ्ढें में तब्दील होकर वातावरण को प्रदुषित जिससे सांस रोग फैलने की आशंका से ग्रामीण भयभीत है।बताया जाता हैं की आज से एक साल पूर्व इस सड़क की मिट्टीकरण एंव ईंटसोलिंग का कार्य वार्ड न० ०६ के सहनी टोला में शुरू किया गया जो सड़क आजतक लोगों के चलने लायक नहीं बना है।क्योंकि मिट्टी का काम भी आधे-अधूरे किया गया है और सड़क पर मिट्टी भरकर छोड़ दिया गया है।ईंटकरण नहीं होने के कारण मिट्टी वाली सड़क बरसात के दिनों में दलदल में तब्दील हो जाता है जिसके कारण आने जाने वाले राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में तो ठेहुना भर पानी एंव कीचड़ से सरोवर होकर सड़क पर चलने को मजबूर होना पड़ जाता हैं इस विषय पर कई बार पंचायत से लेकर प्रखंड पदाधिकारी खानपुर को भी सूचित किया गया है लेकिन किन्हीं लोगों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जिससे मिट्टी से बनी सड़क पर इस जेठ की दुपहरिया में चलना मुहाल है क्योंकि चारों तरफ धूल ही धूल उड़ता नजर आता है जो की स्वास्थ्य के लिए सबसे घातक साबित होता है।जब इस विषय पर प्रखंड विकास पदाधिकारी से दूरभाष द्वारा जानकारी लेने के लिए चाहा तो संपर्क नहीं होने के कारण पुरी जानकारी नहीं मिल पाया है।
समस्तीपुर जिले के खानपुर प्रखंडान्तर्गत ग्राम पंचायत सोभन के वार्ड न०:- ०६ में बने मनरेगा योजना की सड़क अधूरी निर्माण के कारण गढ्ढें में तब्दील होकर वातावरण को प्रदुषित जिससे सांस रोग फैलने की आशंका से ग्रामीण भयभीत है।बताया जाता हैं की आज से एक साल पूर्व इस सड़क की मिट्टीकरण एंव ईंटसोलिंग का कार्य वार्ड न० ०६ के सहनी टोला में शुरू किया गया जो सड़क आजतक लोगों के चलने लायक नहीं बना है।क्योंकि मिट्टी का काम भी आधे-अधूरे किया गया है और सड़क पर मिट्टी भरकर छोड़ दिया गया है।ईंटकरण नहीं होने के कारण मिट्टी वाली सड़क बरसात के दिनों में दलदल में तब्दील हो जाता है जिसके कारण आने जाने वाले राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में तो ठेहुना भर पानी एंव कीचड़ से सरोवर होकर सड़क पर चलने को मजबूर होना पड़ जाता हैं इस विषय पर कई बार पंचायत से लेकर प्रखंड पदाधिकारी खानपुर को भी सूचित किया गया है लेकिन किन्हीं लोगों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जिससे मिट्टी से बनी सड़क पर इस जेठ की दुपहरिया में चलना मुहाल है क्योंकि चारों तरफ धूल ही धूल उड़ता नजर आता है जो की स्वास्थ्य के लिए सबसे घातक साबित होता है।जब इस विषय पर प्रखंड विकास पदाधिकारी से दूरभाष द्वारा जानकारी लेने के लिए चाहा तो संपर्क नहीं होने के कारण पुरी जानकारी नहीं मिल पाया है।