राजेश कुमार वर्मा
।समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड क्षेत्र के हॉस्पिटल चौक स्थित मोडेस्टी स्कूल के प्रांगण में सोमवार को दावत-ए-इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ (जदयू) के महासचिव गिलमान अहमद, उत्तम वाटिका के सचिव मो. तौफीक आलम, जदयू के पंचायत सचिव मो. ताजुद्दीन एवं सरपंच कस्वे आहार द्वारा किया गया । कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री व उजियारपुर सांसद नित्यानंद राय, राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, स्थानीय विधायक विद्यसागर निषाद एवं पूर्व सांसद उजियारपुर अश्वमेघ देवी ने भाग लिया । वही खास मेहमान के रूप में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष मो. यूनुस हुसैन हकीम, बिहार सुन्नी बक्फ वोर्ड के अध्यक्ष मो. इर्शादुल्लाह, बिहार मदरसा शिक्षा वोर्ड के अध्यक्ष अब्दुल कयूम अंसारी ने शिरकत किया । माहे रमजान पर चर्चा करते हुए जनाव यूनुस हुसैन हकीम ने कहा कि प्यार और मोहब्बत का पैगाम देता है, माहे रमजान ।
रमजान के पवित्र महीने में मानव रोजे में उपवास और जल के त्याग का मकसद यह है कि आप दुनिया के भूखे और प्यासे लोगों का दर्द महसूस कर सकते हैं। रमजान के पवित्र महीना रोजे में परहेज आत्मसंयम और जकात का मकसद यह है कि आप अपनी अपनी जरूरतों में से थोड़ी-बहुत कटौती कर समाज के गरीब लोगों की कुछ जरूरतों को पूरा कर सके। रोजा सिर्फ मुंह और पेट का ही नहीं, बल्कि आंख, कान, नाक और जुबान का भी होता है। सिर्फ भूखे पयासे रहने का नाम रोजा नहीं है। रमजान रोजेदारों को खुद में सुधरने का मौका देता है, दूसरों को नसीहत देने के बजाय अगर हम अपनी कमियों को पहचान कर उन्हें दूर कर सके तो हमारी दुनिया ज्यादा मानवीय होगा। मानव को चाहिए कि रमजान के पवित्र महीने का एहतराम करें। क्योंकि रमजान अल्लाह का पाक महीना है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि रमजान का महीना शांति, प्रेम एवं भाईचारे का पैगाम देता है। अब्दुल कयूम अंसारी ने कहा कि इसी माह में अल्लाह के पवित्र किताब कुरान शरीफ नाजिल हुई थी। रमजान के पवित्र महीने में एक नेकी करने के बदले कई गुना सवाब मिलता है। यह महीना लोगों को इंसानियत की पैगाम देती है। समस्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा
प्यार और मोहब्बत का पैगाम देता है, माहे रमजान:- जनाव यूनुस हुसैन हाकिम
।समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड क्षेत्र के हॉस्पिटल चौक स्थित मोडेस्टी स्कूल के प्रांगण में सोमवार को दावत-ए-इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ (जदयू) के महासचिव गिलमान अहमद, उत्तम वाटिका के सचिव मो. तौफीक आलम, जदयू के पंचायत सचिव मो. ताजुद्दीन एवं सरपंच कस्वे आहार द्वारा किया गया । कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री व उजियारपुर सांसद नित्यानंद राय, राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, स्थानीय विधायक विद्यसागर निषाद एवं पूर्व सांसद उजियारपुर अश्वमेघ देवी ने भाग लिया । वही खास मेहमान के रूप में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष मो. यूनुस हुसैन हकीम, बिहार सुन्नी बक्फ वोर्ड के अध्यक्ष मो. इर्शादुल्लाह, बिहार मदरसा शिक्षा वोर्ड के अध्यक्ष अब्दुल कयूम अंसारी ने शिरकत किया । माहे रमजान पर चर्चा करते हुए जनाव यूनुस हुसैन हकीम ने कहा कि प्यार और मोहब्बत का पैगाम देता है, माहे रमजान ।
रमजान के पवित्र महीने में मानव रोजे में उपवास और जल के त्याग का मकसद यह है कि आप दुनिया के भूखे और प्यासे लोगों का दर्द महसूस कर सकते हैं। रमजान के पवित्र महीना रोजे में परहेज आत्मसंयम और जकात का मकसद यह है कि आप अपनी अपनी जरूरतों में से थोड़ी-बहुत कटौती कर समाज के गरीब लोगों की कुछ जरूरतों को पूरा कर सके। रोजा सिर्फ मुंह और पेट का ही नहीं, बल्कि आंख, कान, नाक और जुबान का भी होता है। सिर्फ भूखे पयासे रहने का नाम रोजा नहीं है। रमजान रोजेदारों को खुद में सुधरने का मौका देता है, दूसरों को नसीहत देने के बजाय अगर हम अपनी कमियों को पहचान कर उन्हें दूर कर सके तो हमारी दुनिया ज्यादा मानवीय होगा। मानव को चाहिए कि रमजान के पवित्र महीने का एहतराम करें। क्योंकि रमजान अल्लाह का पाक महीना है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि रमजान का महीना शांति, प्रेम एवं भाईचारे का पैगाम देता है। अब्दुल कयूम अंसारी ने कहा कि इसी माह में अल्लाह के पवित्र किताब कुरान शरीफ नाजिल हुई थी। रमजान के पवित्र महीने में एक नेकी करने के बदले कई गुना सवाब मिलता है। यह महीना लोगों को इंसानियत की पैगाम देती है। समस्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा