विमल किशोर सिंह
शिवहर-----आज शिवहर जिले में सुहागीन महिलाएं द्बारा वट सावित्री व्रत पूजन अपने-अपने क्षेत्रों में की जा रही है इस दिन सुहागीने पति की दीर्घायु और परिवार की सुख शांति के लिए वट सावित्री की पूजा करती है।
आज अनुमंडल कार्यालय के समीप मनोकामना पूर्ण शिव शंकर मंदिर के सामने वटवृक्ष के समक्ष सुहागिन महिलाएं पूजा कर रही है, वट सावित्री व्रत में बट और सावित्री दोनों की खास महत्व माना गया है ,पीपल की तरह वट बरगद के पेड़ का भी विशेष महत्व है।
पुराणों की मानें तो वटवृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों का वास होता है इस साल वट सावित्री व्रत की पूजा आज मनाया जा रहा है।
इस व्रत में बरगद पेड़ के चारों ओर घूमकर रक्षा सूत्र बांधा जाता है और आशीर्वाद मांगा जाता है, इस अवसर पर सुहागीने एक दूसरे को सिंदूर लगाती है नवविवाहिता सुहागिनों में पहली बार बट सावित्री पूजा एक उत्सव की तरह मनाया जाता है।
बटसावित्री की पूजा करने तथा कथा सुनने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है गौरतलब हो कि वट वृक्ष के नीचे बैठकर सावित्री ने अपने पति व्रत से पति सत्यवान को दोबारा जीवित करवा लिया था, बट वृक्ष की पूजा से घर में सुख शांति तथा धन लक्ष्मी की भी वास होता है बट वृक्ष रोग नाशक भी है ,वट का दूध कई बीमारियों से हमारी रक्षा करता है।
वट सावित्री व्रत का पूजन कर रही जिला परिषद के अध्यक्ष नीलम देवी भी वट वृक्ष के समीप पहुंचकर रक्षा सूत्र बांधकर पति की दीर्घायु और परिवार की सुख शांति के लिए पूजन की है साथ ही शिवहर जिला वासियों के सुख में शांति के लिए पूजन किया है।