राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय संगठन सचिव सह उत्तर भारत प्रभारी डा. संजय कुमार संजू ने गंगापुर स्थित अपने आवास परिसर में पौधे लगाकर पर्यावरण की सुरक्षा की सन्देश दी। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने आने वाले पीढ़ी को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो पेड़-पौधे से प्रेम करना सीखना होगा,क्योंकि 1 पेड़ 10 पुत्रों के बराबर होता है । हम लोग अपने कुछ जरूरतों के लिए तेजी से पेड़ों को जिस प्रकार नष्ट कर रहे हैं, ठीक उसी का नतीजा है कि आज हम और हमारा समाज सुखार जैसे महामारी को झेल रहे हैं। चारो तरफ पानी के लिए हाहाकार मची है। साफ और स्वस्थ्य हवा की कमी महसुस हो रही है । अगर अभी भी हम और हमारा समाज पर्यावरण के लिए जागृत नही हुए तो, आने वाले भविष्य में पानी और ऑक्सीजन के लिए हमे तरपना पड़ेगा। अतः आइए हम सभी मिलकर संकल्प ले- पेड़ लगाए पर्यावरण बचाएँ और अपना भविष्य सुरक्षित करें।
वर्तमान दौर में पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल है तथा जिसकी वजह से पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और मानव जीवन के कदम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में अगर हमने पर्यावरण को बचाने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया तो वह दिन दूर नहीं, जब हमारा अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। इसके लिए सरकार को भी कोई ठोस कदम उठानी चाहिए,जिससे कि निर्भिग होकर लोग पेड़ पौधे को नष्ट न करे और अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाए ताकि पर्यावरण संतुलन बनी रहे और सुखार जैसे महामारी को झेलना न पड़े।
समस्तीपुर विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय संगठन सचिव सह उत्तर भारत प्रभारी डा. संजय कुमार संजू ने गंगापुर स्थित अपने आवास परिसर में पौधे लगाकर पर्यावरण की सुरक्षा की सन्देश दी। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने आने वाले पीढ़ी को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो पेड़-पौधे से प्रेम करना सीखना होगा,क्योंकि 1 पेड़ 10 पुत्रों के बराबर होता है । हम लोग अपने कुछ जरूरतों के लिए तेजी से पेड़ों को जिस प्रकार नष्ट कर रहे हैं, ठीक उसी का नतीजा है कि आज हम और हमारा समाज सुखार जैसे महामारी को झेल रहे हैं। चारो तरफ पानी के लिए हाहाकार मची है। साफ और स्वस्थ्य हवा की कमी महसुस हो रही है । अगर अभी भी हम और हमारा समाज पर्यावरण के लिए जागृत नही हुए तो, आने वाले भविष्य में पानी और ऑक्सीजन के लिए हमे तरपना पड़ेगा। अतः आइए हम सभी मिलकर संकल्प ले- पेड़ लगाए पर्यावरण बचाएँ और अपना भविष्य सुरक्षित करें।
वर्तमान दौर में पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल है तथा जिसकी वजह से पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और मानव जीवन के कदम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में अगर हमने पर्यावरण को बचाने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया तो वह दिन दूर नहीं, जब हमारा अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। इसके लिए सरकार को भी कोई ठोस कदम उठानी चाहिए,जिससे कि निर्भिग होकर लोग पेड़ पौधे को नष्ट न करे और अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाए ताकि पर्यावरण संतुलन बनी रहे और सुखार जैसे महामारी को झेलना न पड़े।