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पर्यावरण के असंतुलन से मानव सभ्यता का विनाश हो जायेगा-डॉ.मोहन मिश्र

राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर जिले के उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के सरायरंजन स्थित केदार संत रामाश्रय महाविद्यालय के प्रांगण में बुधवार को एन.एस.एस एवं वनस्पति विभाग द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया ।
     समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ.महेंद्र झा,उद्घाटनकर्ता ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कलानिरीक्षक डॉ.मोहन मिश्र, प्रचार्य दुर्गा प्रसाद चौधरी, डॉ.गगनदेव चौधरी ने सम्मलित रूप से दिप प्रज्वलित कर किया ।इससे पहले अतिथियों को कॉलेज शिक्षकों द्वारा चादर,पग ओढ़ा कर सम्मानित किया गया ।
अपने सम्बोधन में श्री मिश्र ने कहा कि पर्यावरण के असंतुलन से मानव सभ्यता का विनाश हो जाता है । उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता के विनाश पर विस्तार से प्रकाश डाला ।डॉ मिश्र ने वैदिक सभ्यता को पर्यावरण संरक्षक बताते हुये इससे प्रेणना लेने का आव्हान किया । साथ ही उन्होंने कॉलेज का निरीक्षण करते हुऐ कहा कि यह कॉलेज काफी अच्छा है । हमारे प्रशासन के तरफ से जो मूल भूत सुविधा मिलनी चाहिये वह सब इस कॉलेज को मिलेंगे ।
वही मुख्य अतिथि श्री झा ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि हमे अपने पर्यावरण को बचाने के लिये छोटी छोटी बातों पर ध्यान देनी की जरूरत है जैसे कूड़ा-,कचरा को इधर उधर न फेके,राह चलते जानबूझकर हॉर्न न बजाये ।साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आप किसी शादी में जा रहे हो तो पहले पता करें कि उसके बारात में डीजे भी है अगर हाँ तो उसके शादी में न जाये सहित कई महत्वपूर्ण बातों पर उन्होंने प्रकाश डाला ।
वही चरण कर्पूरी कॉलेज के प्राचार्य शिवशंकर राय ने भी पर्यावरण संरक्षण पर विस्तार से प्रकाश डाला । समारोह का संचालन डॉ. गगनदेव चौधरी ने करते हुए कहा कि जो भी छात्रछात्रा है पर्यावरण को बचाने के लिये हर साल एक पौधा जरूर लगाये ।कॉलेज प्राचार्य दुर्गा प्रसाद चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुये पेड़ पौधों के लाभ के बारे में विस्तार से बताया। तो प्रो. सत्यसंघ भारतद्वाज ने पर्यावरण पर एक कविता कही"पावन धरती बिलख रही मानव के अत्याचार से l आज अलंकृत किया इसे है कचरों  के श्रृँगार से ll
वातावरण प्रदूषित हो गई, हवा स्वच्छ न मिल पाती l
गली मुहल्ले हर नुक्कड़ से छ्न छ्न कर बदबू आती ll
आना जाना मुश्किल है सड़कों से और चौबार से l
पावन धरती बिलख रही मानव के अत्याचार से "कविता के अंत मे तालियों से पूरा हॉल गुंजित हो उठा ।
मौके पर कॉलेज के संस्थापक संत ईश्वर, सचिव परमानंद ईश्वर, वनस्पति विभाग के अध्यक्ष नीलमणि झा, प्रो. विजय कुमार झा, डॉ. वैधनाथ चौधरी, प्रो. राम कुवेर सिंह, प्रो. राकेश कुमार झा सहित कॉलेज के शिक्षकगण, और कर्मीगण मौजूद थे ।

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