राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर जिले के पटोरी अनुमंडल क्षेत्र के जी एम आर डी कॉलेज, मोहनपुर, समस्तीपुर में मंगलवार को "पर्यावरण जागरूकता और हमारे कर्तव्य" विषय पर एक सेमिनार गोल्डेन जुबली भवन में आयोजित की गई। सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ घनश्याम राय ने कहा कि 2050 तक हमारा देश विश्व में जनसंख्या के दृष्टिकोण से शीर्ष पर होगा। विश्व के क्षेत्रफल का मात्र 2.4℅ विश्व की जनसंख्या का 18℅ संसाधनों के मामले में हम आज भी विकासशील हैं। इतनी विशाल जनसंख्या की आवश्यकताओं को पूर्ण करना बहुत दुष्कर है। जल, वायु, मिट्टी सभी प्रदुषण की गिरफ्त में है। ध्वनि प्रदूषण के कारण हमारी श्रवण शक्ति प्रभावित हो रही है। पर्यावरण के लिए सर्वाधिक घातक पोलिथिन का उपयोग है। आवश्यकता है वैश्विक स्तर पर पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ प्रस्फुटित संतुलन को एकनिष्ठ भाव निहित हो। प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर वर्ष कम से कम एक एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। सेमिनार को डॉ संतोष कुमार, रामदयाल राय, रघुवीर ने भी संबोधित किया। सेमिनार में युगल किशोर राय, अशेश्वर राय, वीरेंद्र राय, रामवृक्ष भगत, मंजू देवी, ब्रजेश, संजय, चंदन ममता कुमारी आदि उपस्थित थे।
समस्तीपुर जिले के पटोरी अनुमंडल क्षेत्र के जी एम आर डी कॉलेज, मोहनपुर, समस्तीपुर में मंगलवार को "पर्यावरण जागरूकता और हमारे कर्तव्य" विषय पर एक सेमिनार गोल्डेन जुबली भवन में आयोजित की गई। सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ घनश्याम राय ने कहा कि 2050 तक हमारा देश विश्व में जनसंख्या के दृष्टिकोण से शीर्ष पर होगा। विश्व के क्षेत्रफल का मात्र 2.4℅ विश्व की जनसंख्या का 18℅ संसाधनों के मामले में हम आज भी विकासशील हैं। इतनी विशाल जनसंख्या की आवश्यकताओं को पूर्ण करना बहुत दुष्कर है। जल, वायु, मिट्टी सभी प्रदुषण की गिरफ्त में है। ध्वनि प्रदूषण के कारण हमारी श्रवण शक्ति प्रभावित हो रही है। पर्यावरण के लिए सर्वाधिक घातक पोलिथिन का उपयोग है। आवश्यकता है वैश्विक स्तर पर पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ प्रस्फुटित संतुलन को एकनिष्ठ भाव निहित हो। प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर वर्ष कम से कम एक एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। सेमिनार को डॉ संतोष कुमार, रामदयाल राय, रघुवीर ने भी संबोधित किया। सेमिनार में युगल किशोर राय, अशेश्वर राय, वीरेंद्र राय, रामवृक्ष भगत, मंजू देवी, ब्रजेश, संजय, चंदन ममता कुमारी आदि उपस्थित थे।