पप्पू कुमार पूर्वे
मधुबनी:-नेपाल जल अधिग्रहण क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण जयनगर अनुमंडल मुख्यालय स्थित कमला नदी ने बिकराल रूप धारण कर लिया है। कमला पुल के उपर से एक फिट पानी के बहाव को देखते हुए प्रशासन ने यातायात का अवगमन बंद कर दिया है।
कमला नदी ने अपना बिकराल रूप धारण कर सन् 1987 के रिकॉर्ड को भी पीछे रख दिया।
शनिवार की सुबह एकाएक पानी के दबाव के कारण कमला नदी खतरे के निशान से 1.18 सेमी उपर बह रही है।बाढ़ के कारण कमला नदी के पूर्वी व पश्चिमी तटबंध के बीच बसे हजारों लोगों को घर से बेघर होना पङा।
जयनगर प्रखंड के बेलही दक्षिणी पंचायत के ईसलामपुर, बेला, खैरामाठ बेलही पश्चिमी पंचायत के अकौन्हा, बल्डीहा, बेतौंहा, बेला, पड़वा बेल्ही पंचायत के खैरामाठ डोङवार पंचायत के ब्रह्मोतर व डोङवार, कोरहिया पंचायत के कोरहिया व टेढ़ा गांव देवधा दक्षिणी, देवधा मध्य, देवधा उत्तरी बरही बैरा समेत अन्य पंचायत के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से जान माल की भारी क्षति हुई है।स्थानीय लोगों की माने तो मधुबनी जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों के बदले कमला पुल का जायजा ले रहे थे।
जयनगर प्रखंड के ऐसे दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। लोगों ने बाढ़ से हुई भारी नुकसान पर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि समय रहते नदी में जल स्तर में भारी वृद्धि पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सूचना देते तो इतना जान माल का नुकसान नहीं होता।इधर नदी में जल स्तर में भारी वृद्धि के कारण कमला पुल के उपर से पानी के बहाव के कारण पश्चिमी शाखा नहर क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं नेपाली सीमा के समीप बलुआ टोला, अकौन्हा गांव के पास तटबंध में रिसाव के कारण करीब 50 मीटर तक तटबंध टूट जाने के कारण अकौन्हा व बल्डीहा गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं नव निर्माण नेपाली रेलवे टैक भी बाढ़ के पानी के दबाव के कारण बह गया है।वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में अभी तक प्रशासन के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। एसडीआरएफ के टीम का कोई अता पता नहीं है।इधर मधुबनी जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने जयनगर कमला पुल का जायजा लेने के बाद डोरवार पंचायत के सिंघराही गांव में कटाव स्थल का जायजा लिया। उनके साथ एडीएम, जयनगर एसडीओ शंकर शरण ओमी, बीडीओ श्रीमती चंद्रकांता, सीओ संतोष कुमार, थाना अध्यक्ष सत्य नारायण सारंग समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
मधुबनी:-नेपाल जल अधिग्रहण क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण जयनगर अनुमंडल मुख्यालय स्थित कमला नदी ने बिकराल रूप धारण कर लिया है। कमला पुल के उपर से एक फिट पानी के बहाव को देखते हुए प्रशासन ने यातायात का अवगमन बंद कर दिया है।
कमला नदी ने अपना बिकराल रूप धारण कर सन् 1987 के रिकॉर्ड को भी पीछे रख दिया।
शनिवार की सुबह एकाएक पानी के दबाव के कारण कमला नदी खतरे के निशान से 1.18 सेमी उपर बह रही है।बाढ़ के कारण कमला नदी के पूर्वी व पश्चिमी तटबंध के बीच बसे हजारों लोगों को घर से बेघर होना पङा।
जयनगर प्रखंड के बेलही दक्षिणी पंचायत के ईसलामपुर, बेला, खैरामाठ बेलही पश्चिमी पंचायत के अकौन्हा, बल्डीहा, बेतौंहा, बेला, पड़वा बेल्ही पंचायत के खैरामाठ डोङवार पंचायत के ब्रह्मोतर व डोङवार, कोरहिया पंचायत के कोरहिया व टेढ़ा गांव देवधा दक्षिणी, देवधा मध्य, देवधा उत्तरी बरही बैरा समेत अन्य पंचायत के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से जान माल की भारी क्षति हुई है।स्थानीय लोगों की माने तो मधुबनी जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों के बदले कमला पुल का जायजा ले रहे थे।
जयनगर प्रखंड के ऐसे दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। लोगों ने बाढ़ से हुई भारी नुकसान पर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि समय रहते नदी में जल स्तर में भारी वृद्धि पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सूचना देते तो इतना जान माल का नुकसान नहीं होता।इधर नदी में जल स्तर में भारी वृद्धि के कारण कमला पुल के उपर से पानी के बहाव के कारण पश्चिमी शाखा नहर क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं नेपाली सीमा के समीप बलुआ टोला, अकौन्हा गांव के पास तटबंध में रिसाव के कारण करीब 50 मीटर तक तटबंध टूट जाने के कारण अकौन्हा व बल्डीहा गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं नव निर्माण नेपाली रेलवे टैक भी बाढ़ के पानी के दबाव के कारण बह गया है।वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में अभी तक प्रशासन के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। एसडीआरएफ के टीम का कोई अता पता नहीं है।इधर मधुबनी जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने जयनगर कमला पुल का जायजा लेने के बाद डोरवार पंचायत के सिंघराही गांव में कटाव स्थल का जायजा लिया। उनके साथ एडीएम, जयनगर एसडीओ शंकर शरण ओमी, बीडीओ श्रीमती चंद्रकांता, सीओ संतोष कुमार, थाना अध्यक्ष सत्य नारायण सारंग समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।