सरकारी शिक्षण संस्थानों को खत्म करने की खतरनाक मंसूबा है नई शिक्षानीति 2019 - सुनील
सरकारी खजानों की लूट पर विदेशी और निजी विश्वविद्यालयों को छूट होगा नई शिक्षानीति में - लोकेश राज
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । नई शिक्षानीति 2019 को छात्र संगठन आइसा ने छात्र एवं शिक्षा विरोधी बताते हुए आज शहर के आर एन ए आर कॉलेज से अपने-अपने हाथों में झंडे , बैनर एवं नारे लिखे तख्तियां लेकर जोरदार नारा लगाते हुए विरोध मार्च निकाला जो शहर के कई मार्गो का भ्रमण कर पुनः आर एन ए आर कॉलेज गेट पहुंचकर मार्च सभा में तब्दील हो गई।सभा की अध्यक्षता आइसा के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार ने किया तथा राजू झा , लोकेश राज, अनील कुमार, अभिषेक प्रसाद यादव , राजू कुमार,प्रेम कुमार,अमरेश कुमार,सुजीत कुमार,युगल कुमार,रोहित सिंह, आराएनएआर कालेज आइसा नेता चंद्र प्रकाश समेत अन्य आइसा नेताओं ने सभा को संबोधित किया। नेताओं ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए नई शिक्षा नीति 2019 को छात्र और शिक्षा विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की। अपने संबोधन में जिला अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षा पर बजट का 10% खर्चा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें नफरत नहीं अधिकार चाहिए। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार शैक्षणिक संस्थानों को खत्म करने के खतरनाक मंसूबे पाल रखी है। सरकारी खजाने की लूट पर विदेशी और निजी विश्वविद्यालयों का खुला छूट है। उन्होंने यह भी कहा कि आर एस एस के जरिए केंद्रीय फांसीवादी नियंत्रण की साजिश की जा रही है। उन्होंने मोदी सरकार से नई शिक्षा नीति 2019 वापस लेने अन्यथा आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। उन्होंने छात्रों,अभिभावकों एवं जिलेवासी से अपील की कि 9-10 अगस्त 2019 को समस्तीपुर में आइसा का राज्य सम्मेलन हो रहा है। वे सम्मेलन को तन-मन-धन से सफल बनाने की अपील की। बीआरसी कालेज छात्रसंघ महासचिव लोकेश राज ने कहा कि विश्वविद्यालयों में फंड कटौती, फीस वृद्धि, निजीकरण, भगवाकरण, आरक्षण कटौती के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा।