राजेश कुमार वर्मा संग अब्दुल कादिर
ताजपुर /समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज)। ताजपुर बाजार के स्थानीय नीम चौक पर पूर्व सांसद आलोक कुमार मेहता के कोटा से लगा हाई मास्क लाईट की तो हवा ही निकल गई। इस विकास के दौड़ में ये लाईट का खम्भा भीम सिंह की लाठी साबित हो रहीं हैं। स्थानीय लोगों एवं स्थानीय नीम चौक के दुकानदार की मानें तो इसका आज तक उद्घाटन तक नहीं हो सका, कई बार सामाजिक कार्यकर्ता सूर्यकांत नारायण मिश्र उर्फ़ दीपू इसकी पहल पर गांधी स्मारक स्थल पर अनशन, धरना, तत्कालिन प्रखंड विकास पदाधिकारी को हाई मास्क लाईट के चालू करने को लेकर ज्ञापन भी दिया गया और वे धरना स्थल पर आकर सार्वजनिक रूप से आश्वासन भी दिये परन्तु सब हवा की बहती बयार साबित हुआ। बताते चलें कि दो,दो लोकसभा एवं विधानसभा क्षेत्र पड़ता है। दोनों लोकसभा एवं विधानसभा मिला कर दो विधायक एवं सांसद का क्षेत्र होने के बाद भी इस हाई मास्क लाईट को चालू नहीं करा सके हैं सांसद या विधायक। गौरवतलव है कि स्थानीय ताजपुर बाजार के नीम चौक पर हाई मास्क लाईट के नीचे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आदम कद प्रतिमा भी है। परन्तु प्रखंड प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक इसकी कोई सुधी नहीं लेना चाहते हैं।जिससे बाजार निवासियों में आक्रोश व्याप्त होता जा रहा है।
ताजपुर /समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज)। ताजपुर बाजार के स्थानीय नीम चौक पर पूर्व सांसद आलोक कुमार मेहता के कोटा से लगा हाई मास्क लाईट की तो हवा ही निकल गई। इस विकास के दौड़ में ये लाईट का खम्भा भीम सिंह की लाठी साबित हो रहीं हैं। स्थानीय लोगों एवं स्थानीय नीम चौक के दुकानदार की मानें तो इसका आज तक उद्घाटन तक नहीं हो सका, कई बार सामाजिक कार्यकर्ता सूर्यकांत नारायण मिश्र उर्फ़ दीपू इसकी पहल पर गांधी स्मारक स्थल पर अनशन, धरना, तत्कालिन प्रखंड विकास पदाधिकारी को हाई मास्क लाईट के चालू करने को लेकर ज्ञापन भी दिया गया और वे धरना स्थल पर आकर सार्वजनिक रूप से आश्वासन भी दिये परन्तु सब हवा की बहती बयार साबित हुआ। बताते चलें कि दो,दो लोकसभा एवं विधानसभा क्षेत्र पड़ता है। दोनों लोकसभा एवं विधानसभा मिला कर दो विधायक एवं सांसद का क्षेत्र होने के बाद भी इस हाई मास्क लाईट को चालू नहीं करा सके हैं सांसद या विधायक। गौरवतलव है कि स्थानीय ताजपुर बाजार के नीम चौक पर हाई मास्क लाईट के नीचे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आदम कद प्रतिमा भी है। परन्तु प्रखंड प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक इसकी कोई सुधी नहीं लेना चाहते हैं।जिससे बाजार निवासियों में आक्रोश व्याप्त होता जा रहा है।