राजेश कुमार वर्मा/धर्मविजय गुप्ता एंव आशीष कुमार
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) । समस्तीपुर जिले के वारिसनगर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्वच्छता मिशन योजना के तहत केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के गांवों में पशु शेड का निर्माण कराने के लिए अति महत्वपूर्ण योजना पंचायतों में मनरेगा के माध्यम से शुरू की गया था। पशु शेड के निर्माण हो जाने से गांव के लोग भी स्वच्छ रहेंगे ऐसी बात गांव के निवासियों ने सोचा परन्तु सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना मनरेगा पदाधिकारियों की लापरवाही एवं जनप्रतिनिधियों की मनमानी के कारण पशु शेड निर्माण योजना पुर्नाही पंचायत में फ्लॉप साबित हो रहा है ।पुर्नाही पंचायत के लगभग 80 प्रतिशत किसान पशुपालन एवं कृषि कार्य पर आत्म निर्भर है , जो अपने परिवार का भरण पोषण दूध एवं अनाज का उत्पादन कर अपनी जीविका का पालन करते है ।
आपको बताते चलें कि एक तरफ जहां गर्मी को लेकर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था वही वारिश शुरु होते हीं लोगों में खुशी का दौर ऊमड़ पड़ा। लेकिन ज्यादा बारिश होने की वजह से पशुपालक किसान भाइयों को मवेशी रखने एवं उन्हें चारा खिलाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है पशु को किसी तरह लोग अपने दरवाजे पर 1 से 2 फिट के कीचड़ में रखने को मजबूर हैं जिससे मवेशियों के साथ साथ किसानों को भी बीमार होने की चिन्ता सता रही है आखिर कहाँ चली जाती है सरकार की योजना।क्या कारण है की योजना सिर्फ कागज के पन्नो पर हीं सिमट कर रह जाती है ये जांच का विषय बनता जा रहा है । सरकार द्वारा महत्वपूर्ण योजना में से एक है प्रत्येक किसानों को पशु शेड उपलब्ध कराना लेकिन मनरेगा पदाधिकारी के द्वारा सिर्फ वही काम किए जाते हैं जिसमें भरपूर कमीशन उनका बनता हो और मिल सके ।