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विभागीय अधिकारियों के उत्पीड़न को लेकर जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले जिला समाहर्ता के समक्ष एक दिवसीय जन आक्रोश प्रदर्शन



ब्यूरो राजेश कुमार वर्मा

समस्तीपुर (मिथिला हिंदी न्यूज) ।समस्तीपुर जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले जिले के विभिन्न क्षेत्रों के दवा दुकानदार विभागीय अधिकारियों के उत्पीड़न को लेकर एक दिवसीय जन आक्रोश रैली शहर से निकाल जिला समाहर्ता के समक्ष धरना प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन कर रहे दवा व्यवसायियों ने कहा की केन्द्रीय नियमानुसार फार्मेसी एक्ट १९४८ के सेक्शन ४२ तथा ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट १९४० एंव रूल्स १९४५ के अन्तर्गत खुदरा दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता है, लेकिन बिहार में दवा दुकानों की अपेक्षा फार्मासिस्ट की उपलब्धता की घोर कमी शुरुआत से ही है।इस कमी को दूर करने के लिए हमलोगों ने लगभग १९९० से ही अबतक अपने संगठन के माध्यम से केंद्र एंव बिहार के लगभग सभी सरकारों से कई बार लिखित एंव मिलकर आग्रह कर चुके है।बिहार में इसका कोई ठोस समाधान नहीं हुआ और नाही फार्मेसी संस्थान को विकसित किया गया है जिससे वहां आज यह एक जटिल समस्या बन गया है।देश के दुसरे राज्यों ने तो काफी पहले अपने यहां फार्मेसी संस्थान को विकसित किया है, जिससे वहां आज फार्मासिस्ट की कोई समस्या नहीं है।यहां तक की पड़ोसी राज्य झारखंड में पिछले एक वर्ष में लगभग ५० एंव उत्तरप्रदेश में लगभग २५०-३०० फार्मेसी संस्थान की मान्यता दी गई है।
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिला सचिव कृष्ण कुमार मिश्रा ने कहा कि सच्चाई यह है की फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के नियमानुसार दवा व्यवसायियों को अपने दुकान में फार्मासिस्ट को रखने में कोई परेशानी नहीं है अगर फार्मासिस्ट प्रचुर मात्रा में उपलव्ध हो,क्योंकि दवा दुकानों में सेल्समैन के रुप में पढ़े लिखे व्यक्ति ही काम करते है।आगे कहा की यह भी एक हकीकत है की राज्य में जो भी फार्मासिस्ट की उपलब्धता है वे राज्य के दुर दराज कस्बों या छोटे शहर के दवा दुकानदारों के यहां अपना योगदान नहीं देकर बड़े बड़े शहर में जाकर बड़ी बड़ी दवा कम्पनियों या सरकारी नौकरी में लगे हुए है या उनके यहां ही काम करने के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होने आगे कहा की इस बात को जानते हुऐ भी वर्षों से औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा खुदरा दवा दुकानों के लिए अनुज्ञप्ति धड़ल्ले से निर्गत किया जा रहा है और अब इस कानून के नाम पर विभागीय पदाधिकारी ही दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के नाम पर भयाक्रांत एंव भयादोहन के साथ ही प्रताड़ित किया जा रहा है।
आज जनता को होने वाले कठिनाइयों के वजह से नहीं चाहते हुऐ भी विभागीय पदाधिकारियों के उत्पीड़न के विरोध में सुबह नौ बजे शहर के पुरानी दुर्गा स्थान से एकत्रित होकर जन आक्रोश रैली एंव शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुऐ स्टेशन रोड होते हुऐ जिला समाहर्ता के कार्यालय पहुंचकर अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ जिलाधिकारी से मिलकर एक ज्ञापन अपने मांग से संबंधित सौंपा।जिसकी अध्यक्षता एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार ने किया।प्रदर्शन सभा को संवोधित करते हुऐ अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि इस प्रदर्शन में रोषड़ा, विभूतिपुर, कल्याणपुर सहित विभिन्न क्षेत्रों के दवा दुकानदार शामिल होकर संगठन को मजबूती प्रदान किया है ।आगे कहा की अगर सरकार द्वारा आज के प्रदर्शन एंव मांग पर कोई पहल नहीं किया जाता है तो संगठन स्वतः आन्दोलन करने को विवश होगा। सरकार द्वारा पहल नहीं करने की स्थिति में सभी दुकानदार अपना स्टॉक को बेचकर ०१ सितंबर १९ से जिला के सभी वितरक थोक/खुदरा दवा दुकानें अनिश्चितकालिन बंद रखेंगे। बी सी डी ए के आंदोलन को बिहार झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव युनियन समस्तीपुर ने भी समर्थन करते हुऐ कहा है की इनकी सभी मांगे जायज है ।

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