राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) । समस्तीपुर नगर परिषद क्षेत्र के कई मुहल्ला टोला में सड़क एंव नाला नहीं होने के कारण बरसात के पानी के जमाव होने से हुआ जलमग्न बना झील जैसी नजारा।
बताते है की समस्तीपुर शहर में लगातार कई दिनों से रूक रूककर हुई बरसात के कारण धरमपुर के निचले इलाकों में सड़क एंव नाला नहीं होने के कारण मुहल्ले के कई घरों में वर्षा के पानी प्रवेश द्वार के अन्दर आंगन के साथ साथ कच्ची मार्ग में जलजमाव हो गया है एंव कीचड़ से नरक बन गया है।
वर्षा से हुऐ क्षति और जलजमाव की स्थिति का आंकलन जब हमारे प्रतिनिधि ने किया तो बताया जाता है की पंजाबी कालोनी गली न० ०१ के बांध किनारे से बसे मुहल्ले के साथ ही धरमपुर इस्माईल जहांगीर टोला में नाला एंव सड़क नहीं बने रहने के कारण हुऐ जलजमाव से धरमपुर वार्ड न०- ०१, ०३ के कई मुहल्ले के सड़क मार्ग सहित मुहल्ला जलमग्न हो गया है।जब हमारे प्रतिनिधि ने बरसात के पानी का जायजा लेने धरमपुर मुहल्ले में गए तो वहां पर के स्थानीय निवासी मो० असलम, मो० परवेज, सितारा खातुन, वीरेंद्र राम,कपलेश्वर राम, राहुल कुमार, धर्मजीत कुमार इत्यादि ने बताया की हमलोगों द्वारा नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी सहित स्थानीय वार्ड पार्षद को मुहल्ले में सड़क एंव नाले नहीं होने की बाते कितनी बार कही और इससे होने वाली समस्याएं घरों से निकलने वाली गंदा पानी एंव वर्षा की पानी की निकासी के लिऐ नाला निर्माण करने की बात किया गया लेकिन आजतक नाही नाला बन सका है और ना ही सड़क की सुविधा उपलब्ध कराया गया हैं।बरसात के मौसम में मुहल्लें के कच्ची रास्ता कीचड़ युक्त सहित नदी की धार बन जाता है ।झील जैसी नजारा कई टोले में बना हुआ है।पानी के जमाव और कच्चे रास्ते के कारण इस राह से चलने पर कई बार बुजुर्ग लोग गिरकर चोटिल हो जा रहे है। मुहल्ले में बरसात के पानी की निकासी एंव नाले के नहीं रहने और पानी की निकासी नहीं होने के कारण घुटने से उपर गली , मुहल्ले में बरसात का पानी का जमाव हो जाता हैं।जिससे हमलोग महामारी फैलने की आशंका से भयभीत हो रहे है।इस कारणवश मुहल्लेवासियों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आने जाने के लिऐ सड़क मार्ग तक फोम के नाव बनाकर बच्चे व जवान किसी तरह से पानी पार कर स्कूल बाजार करते है महिलाओं का तो घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बुजुर्गों को ठेहुना से उपर कपड़े कर पार करना पर रहा है।
दूसरी तरफ नगर परिषद
सफाई कर्मचारियों को पांच महीने से वेतन आश्वासन कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा देने के बावजूद भी आजतक भुगतान नहीं दिऐ जाने के कारण सफाई कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन शहर की कुड़े कचरे को उठाने का काम ठप कर दिया गया है। जिससे शहर की सड़कों पर कुड़े का ढ़ेर ही ढ़ेर काशीपुर, ताजपुर रोड,रामबाबू चौक, गणेश चौक, बहादुरपुर, हॉस्पिटल रोड, के०ई०ईन्टर कॉलेज रोड, आर्यसमाज रोड,गुदरी बाजार, मारवाड़ी बाजार, स्टेशन रोड,बंगाली टोला इत्यादि मार्ग में नजरेईनाएत है।जिससे बरसात में शहर नरक में तब्दील हो गया है इसके दुर्गंध से राह चलना मुहार हो रहा है। काशीपुर चौक से कचहरी की ओर आने जाने वाले सड़क मार्ग के बारे में पुछिए मत तीन मुहानी सड़क मार्ग है और बीच गोलम्बर के बगल में ही नाला कीचड़ से भर जाने के कारण नाले की गंदा पानी नाले से बाहर कीचड़ सहित पानी सड़क मार्ग पर बहने और बरसात के पानी के साथ मिलकर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने से इससे निकलने वाली दूर्गंध से राह चलते पैदल यात्रियों सहित वाहन सवार चालकों को नाक पर रुमाल रख कर चलने पर मजबूर होना पड़ रहा है।वहीं कुड़े कचरे के ढ़ेर पर सुगरों एंव जानवरों के झुंड का विचरण करते रहने से राहगीर को चलने में डर सा लगा रहता है। जिससे ऐसा लगता है की नगर परिषद के अधिकारियों एंव पार्षदों को सिर्फ जनता से कर वसूली करना ही रह गया है।उनके सुख सुविधाओं का ध्यान नहीं जिस कारणवश समस्तीपुर शहर नरक में तब्दील हो कर रह गया है जैसा प्रतीत होता है।
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) । समस्तीपुर नगर परिषद क्षेत्र के कई मुहल्ला टोला में सड़क एंव नाला नहीं होने के कारण बरसात के पानी के जमाव होने से हुआ जलमग्न बना झील जैसी नजारा।
बताते है की समस्तीपुर शहर में लगातार कई दिनों से रूक रूककर हुई बरसात के कारण धरमपुर के निचले इलाकों में सड़क एंव नाला नहीं होने के कारण मुहल्ले के कई घरों में वर्षा के पानी प्रवेश द्वार के अन्दर आंगन के साथ साथ कच्ची मार्ग में जलजमाव हो गया है एंव कीचड़ से नरक बन गया है।
वर्षा से हुऐ क्षति और जलजमाव की स्थिति का आंकलन जब हमारे प्रतिनिधि ने किया तो बताया जाता है की पंजाबी कालोनी गली न० ०१ के बांध किनारे से बसे मुहल्ले के साथ ही धरमपुर इस्माईल जहांगीर टोला में नाला एंव सड़क नहीं बने रहने के कारण हुऐ जलजमाव से धरमपुर वार्ड न०- ०१, ०३ के कई मुहल्ले के सड़क मार्ग सहित मुहल्ला जलमग्न हो गया है।जब हमारे प्रतिनिधि ने बरसात के पानी का जायजा लेने धरमपुर मुहल्ले में गए तो वहां पर के स्थानीय निवासी मो० असलम, मो० परवेज, सितारा खातुन, वीरेंद्र राम,कपलेश्वर राम, राहुल कुमार, धर्मजीत कुमार इत्यादि ने बताया की हमलोगों द्वारा नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी सहित स्थानीय वार्ड पार्षद को मुहल्ले में सड़क एंव नाले नहीं होने की बाते कितनी बार कही और इससे होने वाली समस्याएं घरों से निकलने वाली गंदा पानी एंव वर्षा की पानी की निकासी के लिऐ नाला निर्माण करने की बात किया गया लेकिन आजतक नाही नाला बन सका है और ना ही सड़क की सुविधा उपलब्ध कराया गया हैं।बरसात के मौसम में मुहल्लें के कच्ची रास्ता कीचड़ युक्त सहित नदी की धार बन जाता है ।झील जैसी नजारा कई टोले में बना हुआ है।पानी के जमाव और कच्चे रास्ते के कारण इस राह से चलने पर कई बार बुजुर्ग लोग गिरकर चोटिल हो जा रहे है। मुहल्ले में बरसात के पानी की निकासी एंव नाले के नहीं रहने और पानी की निकासी नहीं होने के कारण घुटने से उपर गली , मुहल्ले में बरसात का पानी का जमाव हो जाता हैं।जिससे हमलोग महामारी फैलने की आशंका से भयभीत हो रहे है।इस कारणवश मुहल्लेवासियों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आने जाने के लिऐ सड़क मार्ग तक फोम के नाव बनाकर बच्चे व जवान किसी तरह से पानी पार कर स्कूल बाजार करते है महिलाओं का तो घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बुजुर्गों को ठेहुना से उपर कपड़े कर पार करना पर रहा है।
दूसरी तरफ नगर परिषद
सफाई कर्मचारियों को पांच महीने से वेतन आश्वासन कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा देने के बावजूद भी आजतक भुगतान नहीं दिऐ जाने के कारण सफाई कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन शहर की कुड़े कचरे को उठाने का काम ठप कर दिया गया है। जिससे शहर की सड़कों पर कुड़े का ढ़ेर ही ढ़ेर काशीपुर, ताजपुर रोड,रामबाबू चौक, गणेश चौक, बहादुरपुर, हॉस्पिटल रोड, के०ई०ईन्टर कॉलेज रोड, आर्यसमाज रोड,गुदरी बाजार, मारवाड़ी बाजार, स्टेशन रोड,बंगाली टोला इत्यादि मार्ग में नजरेईनाएत है।जिससे बरसात में शहर नरक में तब्दील हो गया है इसके दुर्गंध से राह चलना मुहार हो रहा है। काशीपुर चौक से कचहरी की ओर आने जाने वाले सड़क मार्ग के बारे में पुछिए मत तीन मुहानी सड़क मार्ग है और बीच गोलम्बर के बगल में ही नाला कीचड़ से भर जाने के कारण नाले की गंदा पानी नाले से बाहर कीचड़ सहित पानी सड़क मार्ग पर बहने और बरसात के पानी के साथ मिलकर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने से इससे निकलने वाली दूर्गंध से राह चलते पैदल यात्रियों सहित वाहन सवार चालकों को नाक पर रुमाल रख कर चलने पर मजबूर होना पड़ रहा है।वहीं कुड़े कचरे के ढ़ेर पर सुगरों एंव जानवरों के झुंड का विचरण करते रहने से राहगीर को चलने में डर सा लगा रहता है। जिससे ऐसा लगता है की नगर परिषद के अधिकारियों एंव पार्षदों को सिर्फ जनता से कर वसूली करना ही रह गया है।उनके सुख सुविधाओं का ध्यान नहीं जिस कारणवश समस्तीपुर शहर नरक में तब्दील हो कर रह गया है जैसा प्रतीत होता है।