राजेश कुमार वर्मा/अब्दुल कादिर
ताजपुर /समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) बिजली रानी तुम्हारी बड़ी कहानी बाकई में सच साबित हो रहा है। आज के दौर में जहां डबल इंजन की सरकार बीस ( २० ) घंटे बिजली रहने का दावा कर रही थी। सब चुनावी जूमला साबित हो रहा है। ताजपुर प्रखंड के जीरो ग्राउंड पर गया तो पता चला कि बिजली तो बिल्ली की तरह आंख मिचौली करती है। कई स्थानीय उपभोक्ता की मानें तो बिजली बिल इतना आता है कि सोच से पड़े हैं यहाँ तक कि कई उपभोक्ता की शिकायत है कि बिल पर न तो बिजली का कोई दर निर्धारित रहता है, और न ही मीटर का रेंट (किराया) पता नहीं इस का किमत कितना है। जबकि किसी भी चीज का किमत निर्धारित होना चाहिए। ऐसे में उपभोक्ता का पीढ़ी दर पीढ़ी मीटर किराया से आर्थिक बोझ झेलता रहेगा।
इस के लिए विभाग को चाहिए कि इसे जनहित में लेकर मीटर का दर निर्धारित करना चाहिए।