खानपुर थाना केस संख्या 74/19 के सूचक अपनी पुत्री की सकुशल बरामदगी
करने सहित केस के
अनुसंधानकर्ता को बदलने की मांग जिला पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर के साथ ही मानवाधिकार आयोग से किया
मो० फुलकुमारी देवी अपनी पुत्री की वापसी को लेकर दर दर भटकने को मजबूर,
राजेश कुमार वर्मा/धर्मविजय गुप्ता/आशीष कुमार मिथिला हिन्दी न्यूज टीम
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) । समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के डेकारी गांव से अपहृत प्रीती कुमारी का महीनों बाद भी स्थानीय थाने के अनुसंधानकर्ता रवींद्र कुमार को अपहृता का अतापता नहीं चलने के कारण अपहृता की मोसेमात मां फुलकुमारी देवी दर दर भटकने को मजबूर हैं।
बताया जाता हैं की विगत महीने ११ जून १९ को खानपुर के डेकारी गांव की रहनेवाली मोसेमात फुलकुमारी देवी की नावालिग बच्ची प्रीती कुमारी को गांव के ही कृष्णा कुमार, दिलीप महतो व दिलीप महतो की पत्नी इत्यादि ने मिलकर कोचिंग पढ़ने जाने के दरम्यान अपहरण कर लिया था जिसका नामजद रिपोर्ट खानपुर थाने में कांड संख्या 74/19 दर्ज किया गया । बताया जाता है कि मो० फुलकुमारी देवी अपनी नावालिग लड़की की बरामदगी व जान माल की सुरक्षा हेतू स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित जिले के पुलिस अधीक्षक एंव पुलिस महानिरीक्षक सहित पुलिस महानिदेशक एंव मुख्यमंत्री बिहार सरकार पटना तक से आवेदन देकर थक चुकी है ।बहरहाल थक हार कर मानवाधिकार आयोग से गुहार अपनी बच्ची की सकुशल बरामदगी हेतू लगाई है।
इस संदर्भ में स्थानीय थाने से केस से संबंधित प्रोगेसिव जानकारी मांगी गई तो मामला प्रेम प्रसंग का बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया गया।ताजुब्ब की बात है कि थाने में नामजद रिपोर्ट होने के बावजूद और अपहरणकर्ता का घर अपहृता के घर से दो चार कदम की दूरी पर ही मौजूद है फिर भी अनुसंधानकर्ता पुलिसकर्मी या स्थानीय थाने के पुलिस प्रशासन गांव में आज तक जाना गंवारा नहीं समझे । जिससे अपहृता की अपहरण हुए महीनों बीतने को आया लेकिन अपहृता का सुराग तक पुलिस नहीं लगा सकी है। अगर लगी भी है तो क्या कारण है कि लड़की अपहृता को वापस नही लाया गया है। आपको बताते चलें कि जिस दिन लड़की का अपहरण हुआ था उस दिन उस लड़की के साथ उसकी दो सहेलियां भी अंशु वस्त्रालय में कपड़े की खरीद कर रही थी वही परिवार वालों का बताना है कि अगर हमारी बेटी के सहेली को पुलिस अपने कब्जे में लेती है तो उससे बहुत बड़ी सुराग पुलिस को मिल सकती है लेकिन पुलिस ऐसा करने से कतरा रही है वहीं लड़की की माँ ने पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर को आवेदन देकर जाहिर किया है कि मेरी बेटी की जिस दिन अपहरण हुई थी उस दिन उसके साथ उसकी दो सहेली संगम कुमारी एंव कंचन कुमारी उसके साथ अंशु वस्त्रालय डेकारी में कपड़ा खरीद रही थी।जिसका सीसीटीवी फुटेज भी मैंने प्राप्त कर अनुसंधानकर्ता रविन्द्र कुमार सिंह को दिया लेकिन उसके बाद भी अपहृता की साथी छात्रा से कोई पूछताछ नहीं किया गया है । उल्टे मुकदमा उठाने की धमकी अनुसंधान कर्ता रविन्द्र कुमार सिंह अभियुक्तगण के मेल में आकर अपने मोबाइल नंबर 9431295578 से हमारे दामाद के मोबाइल पर फ़ोन कर केश रफा दफा करने का दवाब बना रहे हैं वहीं उनके द्वारा यह भी कहा जाता रहा है कि हमारे खिलाप ये आवेदन दिया वो आवेदन दिया क्या करना है बताओ कहकर हमसे बार बार पैसा ठगा जा रहा है।अनुसंधान कर्ता के मिली भगत से मेरा पुरा परिवार दहशत में जी रहा है , कही ये लोग कोई बड़ी घटना को अंजाम देने का मंशा तो नहीं बना रहे हैं। जिसको लेकर अपहृता प्रीती कुमारी की माँ मोसेमात फुल कुमारी देवी ने अनुसंधान कर्ता पर शक जाहिर कर जिला से किसी अनुसंधान कर्ता को नियुक्त करने की मांग पुलिस अधीक्षक के साथ ही मानवाधिकार आयोग पटना से किया है।
। बताया जाता है मुकदमा सं० ७४/१९ के संदर्भ में अनुसंधान कर्ता रविन्द्र कुमार सिंह से मिथिला हिन्दी न्यूज टीम के साथ मीडिया दर्शन के जिला ब्यूरो राजेश कुमार वर्मा ने दूरभाष से अपहृता के संदर्भ में विस्तृत जानकारी मांगे जाने पर बताया गया की अनुसंधान जारी है जब ऐ पुछे जाने पर की जब नामजद अभियुक्त एंव सीडी के माध्यम से कपड़ा खरीदने साथ में अपहृता की दो दोस्त के संदर्भ में जानकारी है तो उन्होंने बताया की उक्त दोनों छात्रा से पुछताछ किया गया तो मालूम चला की कपड़ा खरीदने साथ तो आई लेकिन उसके बाद वह कहां गई मालूम नहीं है हमलोग कॉलेज चले गए थे।आगे अनुसंधान कर्ता पुलिस अधिकारी ने बताया की सुपरवीजन के लिए पुलिस उपाधीक्षक के पास भेजा गया है वहां से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही किया जाएगा। फिलहाल उक्त मुकदमा का अनुसंधान के साथ ही अपहृता की तलाश जारी है ।
करने सहित केस के
अनुसंधानकर्ता को बदलने की मांग जिला पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर के साथ ही मानवाधिकार आयोग से किया
मो० फुलकुमारी देवी अपनी पुत्री की वापसी को लेकर दर दर भटकने को मजबूर,
राजेश कुमार वर्मा/धर्मविजय गुप्ता/आशीष कुमार मिथिला हिन्दी न्यूज टीम
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) । समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के डेकारी गांव से अपहृत प्रीती कुमारी का महीनों बाद भी स्थानीय थाने के अनुसंधानकर्ता रवींद्र कुमार को अपहृता का अतापता नहीं चलने के कारण अपहृता की मोसेमात मां फुलकुमारी देवी दर दर भटकने को मजबूर हैं।
बताया जाता हैं की विगत महीने ११ जून १९ को खानपुर के डेकारी गांव की रहनेवाली मोसेमात फुलकुमारी देवी की नावालिग बच्ची प्रीती कुमारी को गांव के ही कृष्णा कुमार, दिलीप महतो व दिलीप महतो की पत्नी इत्यादि ने मिलकर कोचिंग पढ़ने जाने के दरम्यान अपहरण कर लिया था जिसका नामजद रिपोर्ट खानपुर थाने में कांड संख्या 74/19 दर्ज किया गया । बताया जाता है कि मो० फुलकुमारी देवी अपनी नावालिग लड़की की बरामदगी व जान माल की सुरक्षा हेतू स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित जिले के पुलिस अधीक्षक एंव पुलिस महानिरीक्षक सहित पुलिस महानिदेशक एंव मुख्यमंत्री बिहार सरकार पटना तक से आवेदन देकर थक चुकी है ।बहरहाल थक हार कर मानवाधिकार आयोग से गुहार अपनी बच्ची की सकुशल बरामदगी हेतू लगाई है।
इस संदर्भ में स्थानीय थाने से केस से संबंधित प्रोगेसिव जानकारी मांगी गई तो मामला प्रेम प्रसंग का बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया गया।ताजुब्ब की बात है कि थाने में नामजद रिपोर्ट होने के बावजूद और अपहरणकर्ता का घर अपहृता के घर से दो चार कदम की दूरी पर ही मौजूद है फिर भी अनुसंधानकर्ता पुलिसकर्मी या स्थानीय थाने के पुलिस प्रशासन गांव में आज तक जाना गंवारा नहीं समझे । जिससे अपहृता की अपहरण हुए महीनों बीतने को आया लेकिन अपहृता का सुराग तक पुलिस नहीं लगा सकी है। अगर लगी भी है तो क्या कारण है कि लड़की अपहृता को वापस नही लाया गया है। आपको बताते चलें कि जिस दिन लड़की का अपहरण हुआ था उस दिन उस लड़की के साथ उसकी दो सहेलियां भी अंशु वस्त्रालय में कपड़े की खरीद कर रही थी वही परिवार वालों का बताना है कि अगर हमारी बेटी के सहेली को पुलिस अपने कब्जे में लेती है तो उससे बहुत बड़ी सुराग पुलिस को मिल सकती है लेकिन पुलिस ऐसा करने से कतरा रही है वहीं लड़की की माँ ने पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर को आवेदन देकर जाहिर किया है कि मेरी बेटी की जिस दिन अपहरण हुई थी उस दिन उसके साथ उसकी दो सहेली संगम कुमारी एंव कंचन कुमारी उसके साथ अंशु वस्त्रालय डेकारी में कपड़ा खरीद रही थी।जिसका सीसीटीवी फुटेज भी मैंने प्राप्त कर अनुसंधानकर्ता रविन्द्र कुमार सिंह को दिया लेकिन उसके बाद भी अपहृता की साथी छात्रा से कोई पूछताछ नहीं किया गया है । उल्टे मुकदमा उठाने की धमकी अनुसंधान कर्ता रविन्द्र कुमार सिंह अभियुक्तगण के मेल में आकर अपने मोबाइल नंबर 9431295578 से हमारे दामाद के मोबाइल पर फ़ोन कर केश रफा दफा करने का दवाब बना रहे हैं वहीं उनके द्वारा यह भी कहा जाता रहा है कि हमारे खिलाप ये आवेदन दिया वो आवेदन दिया क्या करना है बताओ कहकर हमसे बार बार पैसा ठगा जा रहा है।अनुसंधान कर्ता के मिली भगत से मेरा पुरा परिवार दहशत में जी रहा है , कही ये लोग कोई बड़ी घटना को अंजाम देने का मंशा तो नहीं बना रहे हैं। जिसको लेकर अपहृता प्रीती कुमारी की माँ मोसेमात फुल कुमारी देवी ने अनुसंधान कर्ता पर शक जाहिर कर जिला से किसी अनुसंधान कर्ता को नियुक्त करने की मांग पुलिस अधीक्षक के साथ ही मानवाधिकार आयोग पटना से किया है।
। बताया जाता है मुकदमा सं० ७४/१९ के संदर्भ में अनुसंधान कर्ता रविन्द्र कुमार सिंह से मिथिला हिन्दी न्यूज टीम के साथ मीडिया दर्शन के जिला ब्यूरो राजेश कुमार वर्मा ने दूरभाष से अपहृता के संदर्भ में विस्तृत जानकारी मांगे जाने पर बताया गया की अनुसंधान जारी है जब ऐ पुछे जाने पर की जब नामजद अभियुक्त एंव सीडी के माध्यम से कपड़ा खरीदने साथ में अपहृता की दो दोस्त के संदर्भ में जानकारी है तो उन्होंने बताया की उक्त दोनों छात्रा से पुछताछ किया गया तो मालूम चला की कपड़ा खरीदने साथ तो आई लेकिन उसके बाद वह कहां गई मालूम नहीं है हमलोग कॉलेज चले गए थे।आगे अनुसंधान कर्ता पुलिस अधिकारी ने बताया की सुपरवीजन के लिए पुलिस उपाधीक्षक के पास भेजा गया है वहां से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही किया जाएगा। फिलहाल उक्त मुकदमा का अनुसंधान के साथ ही अपहृता की तलाश जारी है ।