राजेश कुमार वर्मा
आइसा के राज्य सम्मेलन को भाकपा माले तन-मन-धन से सहयोग करेगी- धीरेंद्र
मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जानबूझकर मोदी सरकार शिक्षा का बाजारीकरण कर रही है।इससे शिक्षा महंगी और आमजन के पहुँच से दूर होगी। उन्होंने संघ के ईशारे पर शिक्षा का भगवाकरण किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के नायकों को छात्रों के सिलेबस से हटाया जा रहा है और अंग्रेजों से दलाली करने वालों को सिलेबस में जगह देने की योजना पर मोदी सरकार काम कर रही है और इसमें नीतीश कुमार भी साझीदार बने हुए हैं। इसे छात्रों का रैडिकल आंदोलन से ही रोका जा सकता है और आइसा इस कार्यभार को अपने हाथों में लेगी।
माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा कि कालेज कैंपसों में सैद्धान्तिक राजनीति के बदले एबीवीपी आइसा पर हमलावर नीति के तहत काम कर रही है। उसकी ये हरकत बर्दाश्त से बाहर है। मजबूर होकर आइसा भी जबाब देगी और इसमें भाकपा माले भी आइसा को साथ देगी।
आइसा राज्य सह सचिव संदीप चौधरी ने कहा कि सम्मेलन से पूर्व आइसा स्टेशन चौक से जुलूस निकालकर भगत सिंह एवं अंबेडकर मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद झंडोत्तोलन से सम्मेलन के खुला सत्र की शुरुआत करेगी। इसमें छात्रों के अलावे जिले के वकिल, चिकित्सक, शिक्षक, प्रोफेसर समेत अन्य संगठन के नेताओं को आमंत्रित करेगी। जिलाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि सम्मेलन को आपार सफलता दिलाने में आइसा कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
पटना में शिक्षकों के प्रदर्शन के दौरान बीमारी से ग्रस्त वैशाली की शिक्षिका फुल कांति कुमारी का घर लौटते के बाद मृत्यु हो जाने एवं बाढ़ से मृत लोगों के याद में दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि दिया गया उसके बाद बैठक की समाप्ति की घोषणा की गई।
आइसा के राज्य सम्मेलन को भाकपा माले तन-मन-धन से सहयोग करेगी- धीरेंद्र
एबीवीपी का आइसा पर हमला बर्दाश्त से बाहर-उमेश
सम्मेलन पूर्व हजारों छात्रों का जुलूस निकलेगी आइसा - संदीप
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज) । क्रांति दिवस पर 9-10 अगस्त को समस्तीपुर में आहूत आइसा के राज्य सम्मेलन को भाकपा माले तन-मन-धन से सहयोग करेगी। इस आशय का फैसला आज शहर के विवेक-विहार मुहल्ला में प्रो० उमेश कुमार की अध्यक्षता एवं पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा के आतिथ्य में संपन्न हुआ ।भाकपा माले जिला स्थाई समिति की बैठक में उपयुक्त फैसला लिया गया।
उक्त बैठक में अमित कुमार,जीवछ पासवान, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, वंदना सिंह, राम कुमार, इनौस जिला सचिव आशिफ होदा, आइसा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार, सचिव चंदन कुमार बंटी, राज्य सह सचिव संदीप चौधरी, राहूल कुमार समेत अन्य नेताओं ने अपने-अपने अपने विचार व्यक्त किया।मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जानबूझकर मोदी सरकार शिक्षा का बाजारीकरण कर रही है।इससे शिक्षा महंगी और आमजन के पहुँच से दूर होगी। उन्होंने संघ के ईशारे पर शिक्षा का भगवाकरण किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के नायकों को छात्रों के सिलेबस से हटाया जा रहा है और अंग्रेजों से दलाली करने वालों को सिलेबस में जगह देने की योजना पर मोदी सरकार काम कर रही है और इसमें नीतीश कुमार भी साझीदार बने हुए हैं। इसे छात्रों का रैडिकल आंदोलन से ही रोका जा सकता है और आइसा इस कार्यभार को अपने हाथों में लेगी।
माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने कहा कि कालेज कैंपसों में सैद्धान्तिक राजनीति के बदले एबीवीपी आइसा पर हमलावर नीति के तहत काम कर रही है। उसकी ये हरकत बर्दाश्त से बाहर है। मजबूर होकर आइसा भी जबाब देगी और इसमें भाकपा माले भी आइसा को साथ देगी।
आइसा राज्य सह सचिव संदीप चौधरी ने कहा कि सम्मेलन से पूर्व आइसा स्टेशन चौक से जुलूस निकालकर भगत सिंह एवं अंबेडकर मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद झंडोत्तोलन से सम्मेलन के खुला सत्र की शुरुआत करेगी। इसमें छात्रों के अलावे जिले के वकिल, चिकित्सक, शिक्षक, प्रोफेसर समेत अन्य संगठन के नेताओं को आमंत्रित करेगी। जिलाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि सम्मेलन को आपार सफलता दिलाने में आइसा कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
पटना में शिक्षकों के प्रदर्शन के दौरान बीमारी से ग्रस्त वैशाली की शिक्षिका फुल कांति कुमारी का घर लौटते के बाद मृत्यु हो जाने एवं बाढ़ से मृत लोगों के याद में दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि दिया गया उसके बाद बैठक की समाप्ति की घोषणा की गई।