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नदियां उफनाईं, कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी रेलखंड पर चढ़ा बारिश का पानी, आधा दर्जन ट्रेनें डायवर्ट


विमल किशोर सिंह/रौशन कुमार सिंह मिथिला हिन्दी न्यूज टीम


रीगा प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बाढ़ का पानी घुसा

रीगा-बाढ़ का दौरा करने पहुंचे रीगा थाने की गाड़ी बाढ में हुई खराब, थाना अध्यक्ष समेत अन्य जवानों ने कई किलोमीटर तक के धक्का देकर गाड़ी को निकाला बाहर


सीतामढ़ी/जिले का लगभग आधा दर्जन से अधिक प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हो चुका है।वहीं रीगा, सुप्पी, बैरगनिया प्रखंड क्षेत्र के कोई भी गांव पानी से खाली नहीं है।स्थिति भयावह बनी हुई है।इधर रीगा विधायक अमित कुमार"टुन्ना"के द्वारा ट्रैक्टर की सवारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहूंचाया जा रहा है और राहत और वचाव कार्य भी किया जा रहा है।उनसे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सरकार के तरफ से अभी तक किसी प्रकार की कोई सुविधा मुहैया नही कराई गई है,मैं अपने निजी कोष से जनता की सेवा कर रहा हूंऔर जहां तक संभव होगा करुंगा।वहीं रीगा प्रखंड क्षेत्र में रीगा बीडीओ नीतू प्रिय दर्शनी गुप्ता, सीओ राम उरांव, थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया दर्जनों गांवों का दौरा कर लोगों को समुचित सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है।रीगा प्रखंड क्षेत्र के लगभग बीस से पच्चीस गावों में बाढ़ का पानी फैल चुका है,
रीगा विधायक ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार 
चारों तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है।कुछ लोगों की माने तो 1993 के समय जितना पानी था उसके थोड़ा सा कम है।उधर सब्जी के दामों में बेतहाशा वृद्धि से आम जनता हलकान हैं।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीतामढ़ी डीएम डॉक्टर रंजीत कुमार सिंह अधिकारियों के साथ सुप्पी प्रखंड क्षेत्र के रामपुर कंठ के बागमती तटबंध पर कैम्प किए हुए हैं, वहां की स्थिति बहुत ही भयावह है।डीएम ने 20 जुलाई तक सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया है।रीगा, सुप्पी, बैरगनिया, मेजरगंज आदि प्रखंड मुख्यालय से जिले का सड़क संपर्क भंग हो गया है।जगह जगह सड़कें टूट गई हैं जिले में जारी बारिश के बीच अब बाढ़ का कहर तेज हो गया है. बागमती, अधवारा, लाल बकेया, झीम, रातो, मरहा व हरदी समेत तमाम नदियों में उफान के बाद इलाके में बाढ़ आ गयी है. सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जल स्तर में लगातार वृद्धि भी जारी है. बाढ़ के चलते हजारों की आबादी प्रभावित हुई है. वहीं हजारों हेक्टेयर खेत में लगी फसल दह गयी है. दर्जनों घर भी ध्वस्त हो गये हैं. परसौनी थाना क्षेत्र की मदनपुर पंचायत के बेनीपुर गांव में शुक्रवार की सुबह तकरीबन तीन बजे तेज बारिश के चलते मकान की छत और दीवार गिरने से उसमें दब कर एक महिला और उसकी दो बेटियों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान गांव के वीरेंद्र यादव की पत्नी मीरा देवी (32), पुत्री शिवानी कुमारी (6) और प्रतिमा कुमारी (3) के रूप में की गई है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष प्रमोद प्रसाद और बीडीओ केशव कुमार झा सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंच स्थितियों का जायजा लिया। वहीं मेजरगंज, सोनबरसा, परिहार व सुरसंड के सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोग बाढ़ से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. सीतामढ़ी में बारिश बाढ़ के पानी में हजारों हेक्टेयर फसल डूब कर बर्बाद हो गयी है. सर्वाधिक तबाही मेजरगंज में है. मेजरगंज में मनुषमारा, बागमती व लखनदेई तीनों उफान पर हैं.
उनका पानी मजकोठवा व मेजरगंज के अलावा मजकोठवा, बहेरा, मलिनिया, बिशनपुर, माधोपुर, बराही, डुमरी खुर्द, बथनिया टोल, कुंवारी मदन, मुरहा घाट, कैलाशपुर, विशंभरपुर, ननकार, सिजुआ, पचहरबा व हरपुर कला समेत दर्जनों गांवों में घुस गया है. मेजरगंज प्रखंड कार्यालय व बीडीओ आवास में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं मजकोठवा गांव स्थित मेजरगंज-नेपाल पथ में मनुषमारा नदी के पानी का तेज बहाव जारी है. उधर, रातो नदी में आये उफान के बाद सुरसंड प्रखंड के श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी पंचायत के वार्ड पांच बाढ़ का पानी घुस गया है. लोग उंचे स्थान पर पलायन करने को मजबूर हैं. अधवारा समूह की नदियों में आये उफान के बाद परिहार प्रखंड के एकडंडी, मैसहा, रामनैका, जगदर, अमुआ, अधगाई, इंदरवा, सीसवा, डेम्हूआ व परिहार सहित दर्जनों गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. परिहार-इंदरवा पथ पर जहां पानी का तेज बहाव जारी है, वहीं मैसहा-जगदर पथ में बाढ़ के पानी के चलते आवागमन ठप हो गया है. सोनबरसा प्रखंड में झीम नदी में आयी बाढ़ के बाद दर्जनों गांव जलमग्न हो गये हैं. दर्जनों गरीबों की झोपड़ियां बह गयी हैं. सुप्पी में सोनाखान व रामपुर कंठ में बागमती नदी के बांध पर दबाब बना हुआ है. बेलसंड व रून्नीसैदपुर में भी बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. बैरगनिया में बागमती व लाल बकेया नदी में जबरदस्त उफान आ गया है. बैरगनिया से पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भंग हो गया है. वहीं नो मेंस लैंड के पास बागमती नदी बांध में कटाव जारी है।नेपाल में जारी भारी बारिश के कारण सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसने सड़क व रेल यातायात को प्रभावित किया है। पूर्वी चंपारण के बैरगनिया-कुंडवा चैनपुर स्टेशन के बीच रेल ट्रैक पर पानी चढ़ने से रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। मंडल रेल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से आधा दर्जन ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया है। ये ट्रेनें अब बापूधाम मोतिहारी होकर अपने गंतव्य की ओर जाएंगी। इससे क्षेत्र के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह सड़कों पर पानी आ जाने के कारण सड़क यातायात भी प्रभावित है।डायवर्ट होने वाली ट्रेनें आनंद विहार एक्सप्रेस, सद्भावना एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, रक्सौल-कोलकाता अप एंड डाउन बापूधाम स्टेशन होते हुए गुजरेगी।रक्सौल-पाटलिपुत्र इंटरसिटी एक्सप्रेस को रद कर दिया गया है।

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