राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले के विभिन्न पत्रकारों ने जिला सूचना एंव जनसंपर्क विभाग के निदेशक पटना सहित बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र देकर जिला प्रशासन समस्तीपुर पर पत्रकारों ने बिना सूचना एवं नियमवर्ली बनाऐ 15 अगस्त 2019 को प्रेस क्लब भवन को उद्घाटन कर अन्य लोगों को सौंपने का आरोप लगाया है । समस्तीपुर के विभिन्न पत्र पत्रिकाओं से जुड़े पत्रकारों ने भेजे गए शिकायत पत्र में कहा है कि जिला प्रशासन समस्तीपुर और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी समस्तीपुर के द्वारा पत्रकारों को बिना कोई सूचना दिए प्रेस क्लब भवन समस्तीपुर को आनन-फानन में 15 अगस्त 2019 को उदघाटन कर उसे कुछ कथित पत्रकारों को सौंप दिया गया है । जिसकी सूचना जिले के पत्रकारों को 17 अगस्त के समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार से पता चला जो काफी आपत्तिजनक निम्न प्रकार से हैं जिसे दर्शाते हुए कहा है की 02 अगस्त 2019 को जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा अज्ञात प्रेस क्लब अध्यक्ष के नाम से पत्रकार जारी कर जिले के सभी पत्रकारों की मेल पर भेजा गया । इस पत्र में कहा गया कि प्रेस क्लब के निबंधन कराकर एवं लीज डीड बनवाकर हस्तांतरित किया जाना है । इस पत्र में कोई तिथि निर्धारित नहीं है और ना ही निर्धारित सरकार की नियमावली सलंग्न है । इस पत्र के माध्यम से स्पष्ट रूप से पत्रकारों को दिग्भ्रमित किया गया । आवेदन के साथ इसकी छायाप्रति सलंग्न किया हैं । जिससे सारी बातें स्पष्ट हो जाएगी । 02 अगस्त 2019 को जिला जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा जैसे ही स्पष्ट रूप से दिग्भ्रमित पत्र जारी किया गया तो यहां के पत्रकारों ने अविलंब आपत्ती दर्ज कराते हुए शिकायत पत्र संबंधित पदाधिकारियों को 15 अगस्त से पूर्व ही सौंप दिया था । इसके बावजूद 15 अगस्त 2019 को प्रेस क्लब का उदघाटन कैसे हुआ ऐ आश्चर्यजनक बात है।10.05.2018 को समस्तीपुर प्रेस क्लब के नाम से समस्तीपुर निबंध कार्यालय से निबंधित कराकर जिलाधिकारी समस्तीपुर एवं जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी को 1 वर्ष पूर्व ही प्रेस क्लब भवन समस्तीपुर को हस्तांतरित कराने के लिए दिशा निर्देश के लिए अनुरोध किया गया था लेकिन उस पत्र को आज तक अनदेखी ली गई है ।
इस प्रेस क्लब भवन समस्तीपुर को अचानक 15 अगस्त 2019 को पत्रकारों को सूचना दिए बगैर उदघाटन कार कुछ खास चाहेते कथित पत्रकारों को अवैध रूप से सौंपे जाने की सूचना है । विदित हो कि इसके पूर्व भी दिनांक 25.05 .2017 को भी संबंधित पदाधिकारियों को आवेदन पत्र दिया गया था जिसे गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने प्रेस क्लब को पत्रकारों की सूचना को जांच के बाद ही पत्रकारों को दिया जाएगा । जो नहीं किया गया । आगे यह भी लिखा है की सबसे बड़ी बात यह है कि जिला प्रशासन समस्तीपुर द्वारा ना ही कोई सरकारी नियमवाली बनाया गया । इस भवन को उपयोग करने के लिए और ना ही किसी पत्रकारों को निमंत्रण पत्र दिया गया और ना ही किसी प्रकार का प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया । अब इस प्रेस क्लब भवन को उपयोग यहां का पत्रकार कैसे करेंगे ??? इसकी कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई है । यह प्रेस क्लब भवन बिहार सरकार की जमीन पर करीब 65 लाख रुपए की लागत से बना हुआ भवन है जिसे बिहार सरकार ने निर्मित कराया है | इस सरकारी भवन को बिना सरकार के कायदे कानून के ही किसी अन्य कथित पत्रकारों को सौंप जाने की बात कही गई है । इससे जिले के पत्रकारों के बीच आक्रोश व्याप्त है । उपयुक्त तथ्यों पर गंभीरतापूर्वक विचार कर उचित दिशा निर्देश देने की मांग किया है।